विदेश से कोकीन और यूपी से हेरोइन: शर्ट के कॉलर में छिपाकर होती थी सप्लाई,
दिल्ली-तेलंगाना पुलिस ने मिलकर तोड़ा बड़ा ड्रग नेटवर्क
1 months ago Written By: Aniket prajapati
देश में सक्रिय एक बड़े ड्रग सप्लाई नेटवर्क का खुलासा दिल्ली और तेलंगाना पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में हुआ है। यह गिरोह बेहद चालाकी से विदेशी कोकीन और यूपी से लाई गई हेरोइन को शर्ट के कॉलर के अंदर छुपाकर कूरियर के जरिए देश के अलग-अलग राज्यों में भेजता था। तेलंगाना पुलिस ने इस सिंडिकेट की जानकारी मिलने पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से मदद मांगी, जिसके बाद राजधानी में 18 जगह छापेमारी कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। अब तक इस नेटवर्क से 12 करोड़ रुपये से ज्यादा की कोकीन, हेरोइन और एमडीएमए बरामद हो चुकी है।
जॉइंट ऑपरेशन में तीन आरोपी गिरफ्तार, छह पहले ही पकड़े जा चुके तेलंगाना एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी थी कि ड्रग्स तस्करी गिरोह के कई सदस्य राजधानी में छुपे हुए हैं। इसके बाद जॉइंट सीपी (क्राइम) सुरेंद्र कुमार के निर्देशन में क्राइम ब्रांच और तेलंगाना पुलिस की टीम गठित की गई। जॉइंट टीम ने दिल्ली के उत्तम नगर, महरौली, तिलक नगर के संत गढ़, निलोठी, मुनिरका, प्रताप एनक्लेव और ग्रेटर नोएडा सहित 18 लोकेशन पर रेड की। इस दौरान तीन तस्कर पकड़े गए, जबकि तेलंगाना केस में पहले ही छह आरोपी अरेस्ट किए जा चुके हैं।
विदेशी नेटवर्क पहुंचा पुलिस के हत्थे उत्तम नगर के मोहन गार्डन इलाके से युगांडा की नागरिक जैनाब क्योबुटुंगी उर्फ पामेला (35) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 195 ग्राम कोकीन, 24 ग्राम एमडीएमए और 40,500 रुपये कैश बरामद हुए। वहीं, तिलक नगर के संत गढ़ से नाइजीरियन महिला बेक्की उर्फ बेकी (49) पकड़ी गई, जो वेस्ट दिल्ली में ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क संभालती थी। उससे 35.46 ग्राम कोकीन और 5209 एमडीएमए की गोलियां मिलीं।
पूछताछ में खुली परतें—नाइजीरियन फ्रैंक का नाम आया सामने पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि निहाल विहार में रहने वाले नाइजीरिया के फ्रैंक को भी ड्रग्स सप्लाई की गई थी। पुलिस ने फ्रैंक की तलाश में जीन अहमद उर्फ गोडविन के किराए के मकान पर छापा मारा, लेकिन वह वहां नहीं मिला। वहां से महत्वपूर्ण सुराग और संदिग्ध सामान बरामद किया गया है।
40 विदेशी भी हिरासत में, होंगे डिपोर्ट जांच के दौरान पुलिस ने इस नेटवर्क से जुड़े 40 विदेशियों को भी पकड़ा है। उनके दस्तावेज अधूरे होने पर उन्हें डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह बेहद संगठित तरीके से काम करता था और शर्ट के कॉलर में ड्रग्स छिपाकर भेजने का तरीका इसका खास हथकंडा था, जिससे कोई आसानी से पकड़ नहीं पाता था।
पुलिस ने कहा—जांच जारी, और भी खुलासे संभव क्राइम ब्रांच का कहना है कि पिछले कई महीनों से यह अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क सक्रिय था। इसके बाकी सदस्यों और फंडिंग नेटवर्क की भी जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि आगे और बड़े खुलासे हो सकते हैं।