देवरिया में बुजुर्ग ने दी खुद की कुर्बानी, अल्लाह के नाम पर गला रेतकर किया बलिदान,
जांच में जुटी पुलिस
1 days ago
Written By: संदीप शुक्ला
Uttar Pradesh News: देवरिया जिले के उधोपुर गांव में बकरीद के दिन एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। 60 वर्षीय ईश मोहम्मद नाम के एक बुजुर्ग ने खुद का गला रेतकर अपनी कुर्बानी दे दी। यह घटना शुक्रवार सुबह की है, जब उन्होंने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के बाद घर लौटकर एक झोपड़ी में जाकर आत्महत्या कर ली। करीब एक घंटे तक वे झोपड़ी में तड़पते रहे। जब उनकी पत्नी ने कराहने की आवाज सुनी तो दौड़कर पहुंची और खून से सना दृश्य देखकर चीख पड़ी। तत्काल परिजन उन्हें लेकर अस्पताल भागे, जहां बाद में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में उनकी मौत हो गई।
बुजुर्ग ने झोपड़ी में किया गला रेतकर आत्महत्या
बता दें कि ईश मोहम्मद देवरिया के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के उधोपुर गांव के रहने वाले थे, जो जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर है। वे धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे और गांव में आटा-चक्की चलाते थे। उनके परिवार में पत्नी हाजरा खातून और तीन बेटे हैं। बड़ा बेटा अहमद अंसारी और मोहम्मद फैज उनके साथ रहते हैं जबकि सबसे छोटा बेटा मुंबई के ताज होटल में काम करता है। पत्नी हाजरा ने बताया कि ईश मोहम्मद ने सुबह मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद घर आकर सीधे झोपड़ी में चले गए। झोपड़ी घर के पास ही बनी थी, जिसमें वे आराम करते थे और बकरियां भी वहीं बंधी रहती थीं। करीब एक घंटे बाद उनकी कराहने की आवाज सुनाई दी। जब वह झोपड़ी में पहुंचीं तो देखा कि चारपाई पर खून फैला हुआ है और पास ही चाकू पड़ा है। ईश मोहम्मद के गले से लगातार खून बह रहा था।
अल्लाह के नाम पर दी कुर्बानी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ईश मोहम्मद को पहले नजदीकी अस्पताल फिर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ईश मोहम्मद ने मरने से पहले एक खत लिखा था। उसमें उन्होंने लिखा इंसान बकरे को बेटे की तरह पाल-पोसकर कुर्बानी करता है। मैं अपनी कुर्बानी अल्लाह और रसूल के नाम पर दे रहा हूं। किसी ने मेरा कत्ल नहीं किया है। मुझे सुकून से मिट्टी देना और मेरी कब्र घर के बाहर खूंटे वाली जगह पर बनाना।
जांच में जुटी पुलिस
उनकी झोपड़ी में चारपाई पर मच्छरदानी लगी थी पास में अगरबत्तियों का डिब्बा रखा था और ईश मोहम्मद का चेहरा काले मास्क से ढका हुआ था। उनके शव की स्थिति से पता चला कि उन्होंने पूरी तैयारी के साथ यह कदम उठाया था। यह घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई है और लोग इस असामान्य कुर्बानी को लेकर स्तब्ध हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है वहीं परिजन शोक में डूबे हुए हैं।