देवरिया में अनोखी बारात: 30 ई-रिक्शा से निकली बारात,
पूरे जिले में बना चर्चा का विषय
8 days ago Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में ऐसी अनोखी और अनोखी बारात देखने को मिली, जिसे देखने के लिए लोग रास्तों पर रुक-रुककर देखते रह गए। गाड़ियों की भारी मांग और बढ़े हुए किराए के कारण जब दूल्हे के परिवार को बारात ले जाने के लिए वाहन नहीं मिले, तो दोस्तों ने ऐसा तरीका निकाला कि पूरा इलाका चौंक गया। दूल्हे दुर्गेश प्रसाद की पूरी बारात 30 ई-रिक्शा पर रवाना हुई। कतार में चलते ई-रिक्शों और खुशियों से भरे बारातियों को देखकर लोग भी मुस्कुराए बिना नहीं रह सके। यह बारात अब पूरे जिले में चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है।
गाड़ियां नहीं मिलीं, दोस्तों ने दिया अनोखा सुझाव देवरिया के खुखुंदू थाना क्षेत्र के भटहर निवासी दुर्गेश प्रसाद दिहाड़ी मजदूर हैं। उनकी शादी डुमरिया लाल गांव की शिल्पी से तय हुई थी। बारात 30 नवंबर को जानी थी, लेकिन लगन होने की वजह से वाहनों के किराए काफी बढ़ गए थे। दूल्हे के बैठने के लिए एक कार मिल गई, लेकिन बारातियों को ले जाने के लिए बाकी गाड़ियां नहीं मिल रहीं थीं। दो दिन तक पूरा परिवार इसी चिंता में था कि बारात आखिर कैसे जाएगी।
दोस्तों ने मिलकर किया 30 ई-रिक्शा का इंतजाम जब दुर्गेश के दोस्तों को समस्या का पता चला, तो सभी ने मिलकर समाधान खोजा। उन्होंने तय किया कि पूरी बारात ई-रिक्शा से जाएगी। इसके बाद दोस्तों ने अलग-अलग जगह जाकर ई-रिक्शा वालों से बात की और लगभग 30 ई-रिक्शों की व्यवस्था कर दी। तय तारीख पर सभी ई-रिक्शा दूल्हे के घर पहुंचे। परछावन की रस्म के बाद बारात का अनोखा सफर शुरू हुआ।
लोगों ने जमकर ली सेल्फी, रास्ते भर देखने उमड़ी भीड़ दूल्हा तो कार में बैठा, लेकिन लगभग 100 से ज्यादा बाराती 30 ई-रिक्शों की कतार में बैठकर निकले। रास्ते भर लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाते रहे और खुशी जताई। कई युवाओं ने बारातियों और दूल्हे के साथ सेल्फी भी ली। यह देखने जैसा नजारा था कि एक साथ इतने ई-रिक्शे लाइन में चल रहे थे।
दुल्हन के गांव में भी बनी आकर्षण का केंद्र जब बारात डुमरिया लाल गांव पहुंची तो वहां भी लोग इसे देखकर हैरान रह गए। सभी ई-रिक्शे एक लाइन में खड़े दिखे तो दृश्य और भी खास हो गया। गांव वालों ने दुर्गेश और उनके दोस्तों के इस तरीके की सराहना की और कहा कि ऐसे कदम से फालतू खर्च कम होता है और शादी सरल बनती है।