दिल्ली से शुरू हुई बागेश्वर धाम सरकार की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा,
50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं की जुटी भीड़
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: दिल्ली में शुक्रवार, 7 नवंबर से बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा की शुरुआत हो गई है। यह यात्रा दिल्ली के प्रसिद्ध कात्यायनी माता मंदिर से शुरू होकर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर तक जाएगी। यात्रा का उद्देश्य हिंदू एकता और सनातन विचारधारा को मजबूत करना बताया जा रहा है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि विचारों को जगाने वाली एक वैचारिक क्रांति है, जिसमें हर सनातनी का योगदान जरूरी है।
50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु हुए शामिल इस पदयात्रा में 50,000 से अधिक श्रद्धालु और गाड़ियों का बड़ा काफिला शामिल होने की उम्मीद है। यात्रा के दौरान भक्तों का उत्साह देखने लायक है। यह यात्रा दिल्ली से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के कई इलाकों से गुजरेगी और 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचकर बांके बिहारी मंदिर में समाप्त होगी।
हर स्थान पर दिया जाएगा एकता का संदेश पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि पदयात्रा के दौरान जिरखौर, फरीदाबाद, होडल, मित्रोल, पिथरा, सीकरी और कोसी जैसे स्थानों पर यह यात्रा रुकेगी। उन्होंने कहा, जहां-जहां हमारी यात्रा पहुंचेगी, वहां हम एक संदेश देंगे कि हम हिंदू एक हैं। यह यात्रा ठाकुर जी के श्रीचरणों को समर्पित है और ब्रजवासियों के स्नेह के साथ समाप्त होगी।” उन्होंने आगे कहा कि यह यात्रा आने वाली पीढ़ियों को हिंदू एकता का संदेश देगी और हर हिंदुस्तानी को जगाने का कार्य करेगी।
दिल्ली से शुरू करने का कारण बताया पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि यह यात्रा दिल्ली से इसलिए शुरू हो रही है क्योंकि दिल्ली शक्ति और माया की नगरी है और वृंदावन भक्ति और महादेव की नगरी है। इसलिए यह यात्रा आध्यात्मिक और धार्मिक उद्देश्य से इन दोनों पवित्र स्थलों को जोड़ती है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा समाप्त होने के बाद वे देशभर में गांव-गांव और गली-गली जाकर लोगों को जागृत करेंगे।
ट्रैफिक पर रहेगा असर इस यात्रा के पोस्टर को सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0 नाम दिया गया है। पोस्टर में साफ लिखा गया है कि यह यात्रा 7 से 16 नवंबर तक चलेगी। यात्रा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी की है। 7 नवंबर को दक्षिणी दिल्ली के कुछ मार्गों पर ट्रैफिक को रोका गया और कई रास्तों को डायवर्ट किया गया है ताकि यात्रा सुचारू रूप से निकल सके।