धीरेंद्र शास्त्री की 'सनातन जोड़ो पदयात्रा' का दिल्ली से आगाज,
16 नवंबर को ब्रज में संजय दत्त और राजपाल यादव संग करेंगे बांकेबिहारी दर्शन
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की बहुप्रतीक्षित ‘सनातन जोड़ो पदयात्रा’ का दिल्ली से भव्य शुभारंभ हो गया है। यात्रा के ब्रज में प्रवेश करते ही यहां संतों का विशाल जमावड़ा लगेगा। यह यात्रा अब पूरे देश में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता का संदेश फैलाने जा रही है। खास बात यह है कि 16 नवंबर को यात्रा के अंतिम दिन धीरेंद्र शास्त्री स्वयं अभिनेता संजय दत्त और राजपाल यादव के साथ बांकेबिहारी लाल के दर्शन करेंगे। उनके साथ अयोध्या, दिल्ली, चित्रकूट और ब्रज के कई प्रमुख संत भी मौजूद रहेंगे।
ब्रज में संतों का ऐतिहासिक स्वागत होगा
वृंदावन के प्रसिद्ध संत आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री की यह पदयात्रा सनातन की ऐसी अलख जगाएगी, जिसे बुझाना असंभव होगा। उन्होंने बताया कि इस यात्रा से ब्रज की धरती पर अध्यात्म की नई ऊर्जा आएगी। उन्होंने कहा — “शास्त्री जी के प्रयास निश्चित रूप से सफल होंगे। ब्रज के संत उनका भरपूर स्वागत करेंगे, और यह स्वागत आने वाले युगों तक याद रखा जाएगा।” जानकारी के अनुसार, यात्रा के दौरान संजय दत्त, राजपाल यादव सहित कई प्रमुख संतों की उपस्थिति रहेगी। वहीं, योगगुरु बाबा रामदेव के आने की भी संभावना जताई गई है, हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
वृंदावन में सीमित प्रवेश – केवल 500 लोगों को मिलेगी अनुमति
प्रशासन ने बताया कि वृंदावन में केवल 500 लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। चूंकि रविवार के दिन पहले से ही बांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ रहती है, इसलिए सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने केवल यात्रा के प्रमुख सदस्यों को छटीकरा से मंदिर परिसर तक आने की इजाजत दी है। अधिकारियों के अनुसार, लाखों की भीड़ से स्थिति बिगड़ सकती थी, इसलिए यह व्यवस्था अपनाई गई है।
ब्रज में ट्रैफिक डायवर्जन और कड़ी सुरक्षा
ब्रज में यात्रा पहुंचते ही हाईवे से लेकर वृंदावन के मुख्य मार्गों तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू कर दिया जाएगा। एसपी सिटी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी, और यातायात के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है। पुलिस-प्रशासन ने साफ किया है कि किसी भी स्थिति में भीड़ और सुरक्षा पर नियंत्रण बनाए रखा जाएगा। कुल मिलाकर, धीरेंद्र शास्त्री की सनातन जोड़ो यात्रा अब न केवल एक धार्मिक अभियान बल्कि आस्था और एकता का प्रतीक बनती जा रही है। ब्रज में इस यात्रा का स्वागत इतिहास में दर्ज होने जैसा होने जा रहा है।