कर्नाटक राजनीति में हलचल: डीके शिवकुमार बोले—‘पार्टी को शर्मिंदा नहीं होने दूंगा,
जमीर के मुताबिक काम करूंगा’
1 months ago Written By: Aniket prajapati
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी राजनीतिक चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि वह किसी भी हाल में पार्टी को शर्मिंदा या कमजोर नहीं करना चाहते। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने साफ कहा कि वह अपने “जमीर” के मुताबिक काम करते हैं और आगे भी उसी राह पर चलेंगे। कांग्रेस के अंदर सीएम पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच उनका यह बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
‘मैं जमीर पर यकीन करता हूं, पार्टी को कमजोर नहीं करूंगा’ कनकपुरा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि वह भावनाओं या दबाव में नहीं, बल्कि अपने अंत:करण के अनुसार काम करते हैं। उन्होंने कहा, “मैं जमीर में विश्वास करता हूं। हमें जमीर के मुताबिक ही चलना चाहिए। मैं पार्टी को शर्मिंदा या कमजोर नहीं करना चाहता।” यह बयान उस समय आया है जब राज्य की राजनीति में सीएम सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मतभेद की खबरें लगातार सामने आती रही हैं।
खड़गे, राहुल गांधी और सत्ता हस्तांतरण पर शिवकुमार का जवाब जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली जाकर राहुल गांधी से सत्ता हस्तांतरण को लेकर चर्चा करने वाले हैं, तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, “यह 5-6 लोगों के बीच का गुप्त मामला है, जिसे मैं उजागर नहीं करूंगा।” शिवकुमार ने सिद्धारमैया की तारीफ करते हुए कहा, “वह सीनियर लीडर हैं और हमारी पार्टी की बड़ी संपत्ति हैं। वह 7.5 साल सीएम रहे हैं और उन्होंने खुद कहा है कि अगला बजट वही पेश करेंगे। मुझे खुशी है कि उन्होंने विपक्ष के नेता के तौर पर पार्टी को मजबूत किया है।”
भावुक हुए शिवकुमार—‘मेरी जेल के दिनों में लोगों की दुआएं नहीं भूल सकता’ एक सवाल पर शिवकुमार भावुक हो गए। उनसे पूछा गया कि क्या लोग उनके सीएम बनने की प्रार्थना कर रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा, “मेरे सत्ता में आने की प्रार्थना से ज्यादा महत्वपूर्ण वे दुआएं हैं जो लोगों ने तब की थीं जब मैं जेल में था। माताओं, युवाओं और बुजुर्गों ने मेरे लिए मंदिरों में प्रार्थनाएं की थीं। कई लोगों ने मेरी रिहाई तक चप्पल नहीं पहनी।” उन्होंने कहा कि वही दुआएं उन्हें आगे बढ़ने की ताकत देती हैं।
‘मुझे सीएम बनाने की कोशिश के बारे में नहीं पता’ कुछ विधायकों के दिल्ली जाकर उन्हें समर्थन देने की खबरों पर उन्होंने कहा कि जो लोग मंत्री बनने की इच्छा रखते हैं वे गए हैं। “मुझे सीएम बनाने की किसी कोशिश की जानकारी नहीं है। न मैंने किसी को बुलाया और न भेजा,” उन्होंने कहा। गौरतलब है कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच 2.5-2.5 साल के सीएम पद साझा करने की चर्चा पहले से चलती रही है, हालांकि सिद्धारमैया इससे इनकार करते हैं।