जींस-शर्ट में पहुंचे लेखपाल, तो DM ने तुरंत कर दिया सस्पेंड,
जानें पूरी बात
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मथुरा में थाना दिवस पर हुए अचानक निरीक्षण के दौरान डीएम सीपी सिंह ने लेखपाल हजारीलाल की लापरवाही देख सोशल मीडिया तक चर्चा का विषय बन गए। जैंत थाने में निरीक्षण के दौरान लेखपाल बिना यूनिफॉर्म और जरूरी दस्तावेजों के पहुंचे, जिससे सरकारी काम रुका। डीएम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। इस घटना ने मथुरा में प्रशासनिक सख्ती और अनुशासन की नई मिसाल पेश की है।
DM सीपी सिंह कौन हैं चंद्र प्रकाश सिंह, यानी सीपी सिंह, मूल रूप से गोंडा के निवासी हैं। उनका जन्म 8 जुलाई 1970 को हुआ और वे 55 वर्ष के हैं। उन्होंने M.Sc. की डिग्री हासिल की और करियर की शुरुआत PCS से की। 2018 में उन्हें IAS का पद मिला। सीपी सिंह अपने सख्त प्रशासनिक रवैये और तेज निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं।
IAS CP Singh की पोस्टिंग IAS बनने के बाद सीपी सिंह ने कई जिम्मेदार पद संभाले। सबसे पहले 5 नवंबर 2018 से 15 फरवरी 2019 तक गाजियाबाद नगर निगम के म्युनिसिपल कमिश्नर रहे। फिर 15 फरवरी 2019 से 23 अक्टूबर 2021 तक कासगंज DM और कलेक्टर, 18 सितंबर 2022 तक खुर्जा डेवलपमेंट अथॉरिटी VC और उसके बाद बुलंदशहर DM रहे। 18 जनवरी 2025 से वे मथुरा के DM हैं।
जैंत थाने का थाना दिवस 28 सितंबर 2025 को DM ने अचानक निरीक्षण किया। जैंत गांव में ग्रामसभा की भूमि पर शासकीय कार्य के लिए लेखपाल हजारीलाल को बुलाया गया, लेकिन वह देर से आए और बिना यूनिफॉर्म व दस्तावेजों के। DM ने जब खतौनी मांगी तो कुछ नहीं दिखा सके। इसके बाद सीपी सिंह ने तुरंत उन्हें निलंबित कर दिया। तहसीलदार को जांच और एक महीने में रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया गया।
लेखपालों के यूनिफॉर्म नियम सितंबर 2024 में यूपी राजस्व परिषद ने लेखपालों, अमीन, राजस्व निरीक्षक और नायब तहसीलदारों के लिए सफेद शर्ट और ब्लेजर पहनना अनिवार्य किया था। ब्लेजर पर यूपी राजस्व परिषद का लोगो होना चाहिए। इस घटना ने साफ कर दिया कि नियमों का पालन नहीं हो रहा था।
सोशल मीडिया पर सख्ती की चर्चा सीपी सिंह की इस सख्त कार्रवाई को सोशल मीडिया पर खूब सराहा जा रहा है। लोग प्रशासनिक अनुशासन और तेजी से निर्णय लेने के उनके रवैये की तारीफ कर रहे हैं।