डीएमई का घुमावदार लूप 1 दिसंबर से बंद,
जाम और दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बड़ा फैसला
1 months ago Written By: Aniket prajapati
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) को एनएच-9 से जोड़ने वाले घुमावदार लूप को 1 दिसंबर से पीक आवर्स के दौरान बंद कर दिया जाएगा। एबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के पास लगातार बढ़ते जाम और दुर्घटनाओं को देखते हुए एनएचएआई ने यह कदम उठाया है। यह लूप सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक बंद रहेगा। इससे बड़ी संख्या में रोजाना आने-जाने वाले यात्रियों पर असर पड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम हाई-स्पीड कॉरिडोर को सुरक्षित बनाए रखने और वाहनों की भीड़ कम करने के लिए जरूरी था।
एक साल पहले खोला गया लूप अब बन गया है खतरा क्रॉसिंग रिपब्लिक के निवासियों की लंबे समय से मांग थी कि उन्हें एनएच-9, शाहबेरी रोड और एक्सप्रेसवे तक आसानी से पहुंच मिले। इसी वजह से एक साल पहले यह लूप खोला गया था। शुरुआत में इसने स्थानीय लोगों की राहत बढ़ाई, लेकिन समय बीतने के साथ यहां ट्रैफिक बढ़ने लगा और यह स्थान हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे के लिए बाधा बन गया।
‘अतिरिक्त एक्सेस पॉइंट अब चोक पॉइंट बन चुका है’ अधिकारियों के अनुसार, डीएमई और एनएच-9 पर मिलाकर रोजाना लगभग 4 लाख पैसेंजर कार यूनिट (PCU) का ट्रैफिक रहता है। इनमें से करीब 50,000 पीसीयू डीएमई पर चलते हैं। ऐसे में इस अतिरिक्त एक्सेस पॉइंट ने ट्रैफिक को धीमा कर दिया और खतरनाक मर्जिंग की स्थिति पैदा कर दी। एनएचएआई अधिकारी ने बताया कि डीएमई को दिल्ली से मेरठ तक बिना किसी रुकावट के हाई-स्पीड यात्रा के लिए बनाया गया था। लेकिन 18.6 किमी पर जो नया एक्सेस पॉइंट बनाया गया, वह समय के साथ सबसे अधिक दुर्घटनाओं वाला हिस्सा बन गया। इसी कारण सोमवार से पीक आवर्स में इसे बंद करना जरूरी हो गया।
स्थानीय लोग फिर से पुराने हालात में लौटा महसूस कर रहे क्रॉसिंग रिपब्लिक और आसपास के क्षेत्रों के लोगों ने कहा कि लूप बनने से पहले प्रताप विहार से शाहबेरी रोड पहुंचना मुश्किल था। लूप खुलने के बाद यही एकमात्र आसान रास्ता था। अब इसे लगभग पूरे दिन बंद करने से वे फिर से पहले जैसे झंझट में फंस जाएंगे। लोगों का कहना है कि इससे उन्हें कई किलोमीटर लंबा चक्कर काटना पड़ेगा और ट्रैफिक का बोझ फिर से बढ़ सकता है।