खूंखार कुत्ते भी काट ले तो डरें नहीं: ये 4 स्टेप्स बचाएंगे जान,
हर किसी को जानना है जरूरी
3 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: देशभर में कुत्ते काटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। दिल्ली, यूपी समेत कई राज्यों से आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं। ऐसे हादसों में लोग अक्सर डर और घबराहट में गलत कदम उठा लेते हैं। जबकि विशेषज्ञ कहते हैं कि सही समय पर की गई सावधानी और इलाज से खतरे से पूरी तरह बचा जा सकता है। वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने कुत्ते के काटने के बाद उठाए जाने वाले जरूरी कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
काटने के बाद तुरंत धोएं जख्म
डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि यदि किसी को कुत्ता काट ले तो सबसे पहले घबराएं नहीं। जिस जगह कुत्ते ने काटा है, उसे तुरंत बहते हुए पानी से कम से कम 30 से 50 सेकंड तक धोना चाहिए। धोते समय उस हिस्से को नाखून से रगड़ना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
हल्का या गहरा जख्म, क्या करें
अगर घाव हल्का है तो उसे बांधने की जरूरत नहीं है। ऐसे में सिर्फ एंटीसेप्टिक क्रीम लगाना काफी है। लेकिन यदि घाव गहरा है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल जाकर उसकी सही ड्रेसिंग करानी चाहिए। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि घाव को साफ और सुरक्षित रखा जाए।
24 घंटे के भीतर लें एंटी रैबीज इंजेक्शन
विशेषज्ञों के अनुसार, कुत्ते काटने के 24 घंटे के भीतर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या राजकीय अस्पताल में जाकर एंटी रैबीज का इंजेक्शन जरूर लगवाना चाहिए। समय पर इंजेक्शन लेने से किसी भी गंभीर खतरे से बचा जा सकता है। इसके अलावा, डॉक्टर द्वारा बताए गए समय पर दूसरी डोज भी जरूर लेनी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में ये इंजेक्शन बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध हैं।
वाराणसी में हर दिन 30 से ज्यादा केस
आंकड़ों के मुताबिक, सिर्फ वाराणसी में ही हर दिन करीब 30 से 35 लोग कुत्तों के हमले का शिकार बनते हैं। बीते आठ महीनों में लगभग 8,000 लोगों ने मंडलीय अस्पताल, जिला अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाया है। वहीं कुछ मरीज निजी अस्पतालों का भी रुख करते हैं।