कानपुर में शाहीन से मिलने आती थी हिजाब वाली महिला, कौन थे वो तीन लोग...
अब खुल रहा पूरा राज
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: दिल्ली ब्लास्ट से ठीक पहले फरीदाबाद में गिरफ्तार हुई डॉक्टर शाहीन शाहिद को लेकर लगातार नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। यह भी सामने आया है कि डॉक्टर शाहीन कई साल पहले कानपुर में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में काम कर चुकी हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद से मेडिकल कॉलेज का पूरा स्टाफ सदमे में है। सार्वजनिक तौर पर कोई कुछ नहीं कह रहा, लेकिन दबी जुबान में स्टाफ ने कई ऐसे राज उजागर किए हैं जो सभी को हैरान कर रहे हैं। खास बात यह है कि शाहीन का कॉलेज से अचानक गायब होना कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सुनियोजित प्लान बताया जा रहा है।
गायब होने से पहले मिलने आते थे तीन रहस्यमयी लोग सूत्रों के मुताबिक, फामोकोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. शाहीन अपने गायब होने से पहले अक्सर तीन रहस्यमयी लोगों से मिलती थीं। इनमें एक छोटे कद की महिला शामिल थी, जो हमेशा स्लेटी रंग का हिजाब पहनकर आती थी। ये लोग हर 15–20 दिन में शाहीन से मिलने पहुंचते थे। उनके आते ही शाहीन का व्यवहार बेहद गंभीर हो जाता था। वह कमरे से सभी को बाहर कर देती और कभी-कभी कॉलेज के सुनसान हिस्से में जाकर बात करती थी। अब गिरफ्तारी के बाद ये मुलाकातें चर्चा का बड़ा विषय बन गई हैं।
धीरे-धीरे बदलने लगा था व्यवहार कर्मचारियों के अनुसार, साल 2013 में कॉलेज छोड़ने से कुछ समय पहले शाहीन के स्वभाव में तेज बदलाव दिखने लगा था। शुरुआती वर्षों में वह हंसमुख और मिलनसार थी, लेकिन धीरे-धीरे वह सभी से दूरी बनाने लगी। छात्रों के साथ उसका व्यवहार सामान्य रहा, मगर साथियों से वह कम बोलती थी। बताया जाता है कि कन्नौज से लौटने के बाद उसका मिजाज पूरी तरह बदल गया था। सूत्र बताते हैं कि वह पहले से ही पूरी प्लानिंग कर चुकी थी कब, कैसे और कहां जाना है। पति डॉ. जफर हयात से तलाक और बच्चों से दूरी बनाना भी इसी प्लान का हिस्सा बताया गया है।
तलाक के बाद अचानक गायब डॉ. जफर हयात ने बताया कि शाहीन लंबे समय से विदेश जाने की बात करती थी। 2015 में तलाक के बाद उसने बच्चों तक की खबर नहीं ली। कॉलेज स्टाफ का कहना है कि दंपत्ति के बीच अक्सर विवाद होते थे। कई बार उनके आवास एल-29 से झगड़े की आवाजें आती थीं। एक-दो बार सड़क पर बर्तन तक फेंके गए। हालांकि, जफर हयात दावा करते हैं कि उनके बीच कभी कोई विवाद नहीं हुआ।