दिल्ली के द्वारका में एनकाउंटर,
भाऊ गैंग का बदमाश अंकित पकड़ा गया
1 months ago Written By: Aniket prajapati
दिल्ली के द्वारका इलाके में गुरुवार सुबह एक बड़ा एनकाउंटर देखने को मिला, जब एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम और कुख्यात अपराधी अंकित के बीच मुठभेड़ हो गई। हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़े इस शूटर पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह पुलिस को लंबे समय से चकमा दे रहा था। मुठभेड़ के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग भी की, लेकिन टीम ने सूझबूझ दिखाते हुए उसे पकड़ लिया। गोली लगने से आरोपी घायल हुआ, जबकि एक हेड कांस्टेबल बुलेटप्रूफ जैकेट होने की वजह से बाल-बाल बच गया। यह पूरा मामला 2025 में हुए एक फायरिंग केस से जुड़ा है।
क्या है पूरा मामला? पुलिस के अनुसार, 28 अक्टूबर 2025 को रोहित लांबा नाम के एक युवक पर चार हमलावरों ने गोलियां चलाई थीं। इस घटना के बाद नजफगढ़ थाने में आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत मामला दर्ज हुआ। जांच में सामने आया कि इस हमले के पीछे कुख्यात हिमांशु भाऊ गैंग का हाथ था। इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दो मुख्य शूटर—अंकित और दीपक—फरार चल रहे थे। पुलिस की जांच और ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर दोनों की पहचान पक्की हुई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया।
कैसे हुआ एनकाउंटर? गुरुवार को एंटी नारकोटिक्स सेल द्वारका को सूचना मिली कि आरोपी अंकित साईं बाबा मंदिर, नजफगढ़ के पास आने वाला है। टीम ने बस स्टैंड के पास जाल बिछाया। सुबह करीब 8:05 बजे अंकित बाइक से आया, लेकिन पुलिस को देखकर भागने लगा। इस दौरान उसने पुलिस पर तीन राउंड फायर किए।एक गोली हेड कांस्टेबल कुलदीप की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी, जिससे वह बच गए। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक गोली अंकित के दाहिने पैर में लगी और उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया।
कौन है आरोपी अंकित? पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम अंकित पुत्र सुरेंद्र है, जो हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव गोराड का रहने वाला है। उसकी उम्र 25 वर्ष है और वह पहले भी कई गंभीर मामलों में शामिल रहा है। वर्ष 2020 में उसने सीआईए बहादुरगढ़ की टीम पर गोलियां चलाई थीं, जिसमें एक कांस्टेबल घायल हो गया था। गैंग से जुड़े मामले, फायरिंग, और अन्य आपराधिक घटनाओं के चलते वह पुलिस की निगरानी में था।