नोएडा में 52 लाख की ठगी: बुजुर्ग रिटायर अफसर को शेयर मुनाफे का झांसा,
फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप और ऐप के जरिए धीरे-धीरे 16 बार में पैसे कराए ट्रांसफर
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: नोएडा में एक बुजुर्ग से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। सेवानिवृत्त अधिकारी दीपांकर मुखर्जी से 52 लाख रुपए की ठगी की गई। यह रकम उन्हें निवेश का लालच देकर वसूली गई। ठगों ने खुद को एचएसबीसी सिक्योरिटीज का एजेंट बताया। पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत दी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है।
व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर बाजार और आईपीओ मुनाफे की होती थी चर्चा
12 मार्च 2025 को दीपांकर मुखर्जी को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप का नाम एचएसबीसी सिक्योरिटीज जैसा था। इसमें 100 से ज्यादा लोग पहले से थे। ग्रुप में शेयर बाजार और आईपीओ से मुनाफे की बात की जाती थी। ग्रुप की एडमिन अदिति अरोड़ा थी और सलाहकार दीपेश जैन। इन दोनों ने लगातार निवेश की सलाह दी। ग्रुप में लोग मुनाफे के स्क्रीनशॉट शेयर करते थे। इससे दीपांकर को विश्वास हो गया। उन्होंने एक नकली ऑफिस का पता भी भेजा।
लगातार अलग-अलग ग्रुप में शामिल कर वसूले पैसे
बता दें कि बाद में उन्हें एक और ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में उन्हें स्टेप बाय स्टेप पैसे ट्रांसफर करने की जानकारी दी गई। फिर तीसरा ग्रुप बनाया गया। इसे अनीता मिश्रा नाम की महिला चलाती थी। फिर एक मोबाइल और लैपटॉप पर एक ऐप डाउनलोड कराया गया। ऐप पर HDFC जैसा लोगो था और उस पर मुनाफा भी दिखाया जाता था। ऐप पर 30% की छूट का ऑफर दिखाया गया। 3 से 5 दिन में शेयर खरीदने को कहा गया। दीपांकर ने पहले कुछ पैसे लगाए। एक बार उन्हें थोड़ा मुनाफा वापस भी मिला। इससे भरोसा और बढ़ गया। फिर उन्होंने धीरे-धीरे 16 बार में 52 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।
क्रेडिट स्कोर का बहाना बनाकर रोका पैसा
जब पैसे वापस मांगे गए तो कहा गया कि क्रेडिट स्कोर 99 है। जब यह 100 होगा तभी पैसा निकलेगा। फिर 5 लाख और जमा करने को कहा गया। दीपांकर ने इनकार किया और 16 अप्रैल को पुलिस में शिकायत कर दी, जिसके बाद साइबर सेल ने तुरंत कार्रवाई की। ठगों के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। पुलिस अब आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी में जुटी है। आम लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।