गाजियाबाद में IPS अधिकारी की बेटी बनकर युवक से साढ़े दस लाख की ठगी,
शिकायत पर बड़ा खुलासा
1 months ago
Written By: Aniket prajapati
गाजियाबाद में साइबर ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवती ने खुद को आईपीएस अधिकारी की बेटी बताकर एक शख्स से करीब साढ़े दस लाख रुपये ठग लिए। युवती ने YouTube चैनल मॉनिटाइज कराने का लालच देकर पीड़ित को अपने जाल में फंसाया। इतना ही नहीं, बाद में युवती के भाई ने फोन करके पीड़ित को धमकाया कि उसकी वजह से युवती ने सुसाइड कर लिया है और अब उसके आईपीएस पिता उसे जेल भेज देंगे। पीड़ित ने डर और धमकियों के बीच लगातार पैसे भेजे। मामले की शिकायत साइबर पुलिस में की गई है और कई आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पुलिस अब पूरे गिरोह की तलाश में जुट गई है।
यूट्यूब चैनल मॉनिटाइज कराने के नाम पर शुरू हुई बातचीत
कविनगर निवासी मयंक गर्ग ने बताया कि 19 अगस्त को उन्होंने अपना YouTube चैनल मॉनिटाइज कराने के लिए ‘God of Monica’ नाम की एक टेलीग्राम आईडी से संपर्क किया। यहां उनकी बात मोनिका राठौड़ नाम की युवती से हुई। बातचीत के दौरान युवती ने दावा किया कि उसके पिता गाजियाबाद में IPS अधिकारी हैं और वह टेलीग्राम चैनल के माध्यम से कई लोगों के चैनल मॉनिटाइज कराती है। पीड़ित ने भरोसा कर लिया और उससे अपना चैनल मॉनिटाइज कराने की बात कही। लेकिन युवती बार-बार पैसे मांगती रही। पैसे देने के बावजूद न तो चैनल मॉनिटाइज हुआ और न ही सब्सक्राइबर बढ़े।
भाई ने फोन कर दी धमकी—“तेरी वजह से बहन ने सुसाइड कर लिया”
जब पीड़ित ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही, तो युवती ने अपने भाई का नंबर दे दिया। कहा कि वह 10 सितंबर तक सारे पैसे लौटा देगा।
इसके बाद 14 सितंबर को आरोपियों ने पैसे लौटाने के नाम पर एक फॉर्म भरने के लिए 2,000 रुपये और मांगे, जिसे पीड़ित ने देने से मना कर दिया।कुछ दिनों बाद युवती का कथित भाई बनकर एक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को आईपीएस का बेटा बताया। उसने धमकाया कि पीड़ित की वजह से उसकी बहन ने सुसाइड कर लिया है और अब उसका आईपीएस पिता उसे जेल भिजवाएगा। डर और धमकी के चलते पीड़ित कई बार में कुल साढ़े दस लाख रुपये ट्रांसफर करता रहा।
कई नामों पर केस दर्ज, पुलिस की तलाश जारी
पीड़ित ने परी राठौड़, सनी राठौड़, मोनिका पवार, अजय राजेश्वर, एक अज्ञात आईपीएस, PSI ओमकार चव्हाण और सरस्वती पर केस दर्ज कराया है। एडीसीपी पीयूष सिंह ने बताया कि साइबर ठग बड़े अधिकारियों के नाम का इस्तेमाल कर पीड़ितों को डराते हैं। केस दर्ज कर लिया गया है और ठगों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।