गाजियाबाद के PhD स्कॉलर दुल्हन ढूंढ़ रहे थे ऑनलाइन…
ठगों ने लगा दिया 49 लाख का चुना
9 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से ऑनलाइन ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने साइबर अपराधों को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। वैशाली इलाके में रहने वाले 42 वर्षीय पीएचडी स्कॉलर अभिषेक चौधरी अपने लिए जीवनसाथी की तलाश कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने Shaadi.com पर एक महिला से संपर्क किया। पहले सब कुछ सामान्य और उम्मीदों के अनुसार चलता रहा, लेकिन जल्द ही यह रिश्ता ऑनलाइन ठगी के एक बड़े जाल में बदल गया। महिला ने भरोसा जीतकर उन्हें फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर इतनी गहराई से फंसाया कि वे देखते ही देखते 49 लाख रुपये गंवा बैठे। अब पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
शादी.com पर लड़की की तलाश से शुरू हुई दोस्ती अभिषेक चौधरी ने Shaadi.com पर अपना प्रोफाइल बनाया था और इसी प्लेटफॉर्म पर सितंबर महीने में उनकी मुलाकात एक महिला से हुई। बातचीत के दौरान महिला ने खुद को एक ऐसी फैमिली से बताया जो पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट बिजनेस से जुड़ी हुई है। धीरे-धीरे दोनों के बीच विश्वास बढ़ा और महिला ने अभिषेक को अपने झांसे में ले लिया।
महिला ने व्हाट्सऐप लिंक भेजकर शुरू की फॉरेक्स ठगी पुलिस के अनुसार महिला ने अभिषेक को फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए तैयार किया। उसने व्हाट्सऐप पर एक लिंक भेजा, जो बार-बार बदलता रहता था। हर बार अभिषेक को नए लिंक पर रजिस्टर करना पड़ता। प्लेटफॉर्म ने कम से कम 250 डॉलर जमा करने की मांग की, लेकिन महिला ने 500 डॉलर डालने के लिए कहा और अभिषेक ने उसकी बात मान ली। इसके बाद उन्होंने वेरिफिकेशन के लिए अपना वोटर आईडी भी अपलोड किया।
10 बार में 49 लाख रुपये का ट्रांसफर रजिस्ट्रेशन के बाद महिला और उसके साथियों ने अभिषेक को भारतीय रुपये में भुगतान करने के लिए राजी किया। उनकी ओर से भेजा गया पैसा ऐप में डॉलर में मुनाफे के रूप में दिखाया जाता, जिससे अभिषेक को भरोसा हो गया। इसी भरोसे में फंसकर उन्होंने 10 से ज्यादा ट्रांजैक्शन किए और कुल 49 लाख रुपये ठगों के बताए खातों में भेज दिए।
पैसे निकालने गए तो टैक्स के नाम पर मांगा और पैसा जब अभिषेक ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उनसे हर बार 30% टैक्स मांगा गया। यहां तक कि उन्होंने अपना मूल निवेश निकालने की कोशिश की तब भी टैक्स देने की शर्त रखी गई। कई कोशिशों के बाद उन्हें पता चला कि यह पूरा प्लेटफॉर्म और महिला एक ठगी गिरोह का हिस्सा हैं।
आईटी एक्ट में FIR, पुलिस ने बैंकों से मांगी जानकारी साइबर क्राइम के एडीसीपी पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि मामले में आईटी एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई है। जिन खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ, उनकी जानकारी बैंकों से मांगी गई है। पुलिस ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि ऑनलाइन जान-पहचान वाले लोगों के साथ अपनी निजी जानकारी साझा न करें और किसी भी लिंक या निवेश के लिए पूरी तरह जांच करें।