बाराती ठग और लुटेरी दुल्हन,
1.80 हजार की लगाई चपत, पुलिस ने खोला राज़
1 months ago
Written By: anjali
शादी...जिसे सात फेरे और पवित्र वचन जीवनभर का बंधन बनाते हैं। लेकिन गाजीपुर से सामने आई यह कहानी किसी फिल्मी धोखे से कम नहीं। यहां एक मासूम परिवार की खुशियों को ठगों के गिरोह ने अपनी चालाकियों से मात देने की कोशिश की। दुल्हन निकली लुटेरी, बाराती बने ठग और रिश्ता बना एक सुनियोजित धोखा।
शादी का झांसा, 1.80 लाख की ठगी
राजस्थान के अलवर जिले के भानु जागा अपने भाई गिरीश की शादी के लिए वर-वधू की तलाश कर रहे थे। तभी उनकी मुलाकात गाजीपुर निवासी नंदलाल से हुई। नंदलाल ने भरोसा दिलाया और गाजीपुर के एक होटल में रिश्ता पक्का कराया। होटल में महिला किरण और निशा भी मौजूद थीं। सबकुछ बेहद सामान्य लग रहा था।
कुछ ही देर बाद होटल में गिरीश की शादी पूजा नामक महिला से कराई गई। सात फेरों और रस्मों के बाद परिवार ने एक लाख अस्सी हजार रुपये नंदलाल को सौंप दिए। सबको लगा कि अब बेटी घर आ गई।
रास्ते में टूटा खेल
शादी के बाद कार में बैठकर दूल्हे के साथ दुल्हन राजस्थान रवाना हुई। लेकिन रास्ते में मिर्जामुराद क्षेत्र के रखौना रिंगरोड पर पूजा ने अचानक पेट दर्द का बहाना बनाया। कार रुकते ही उसने शोर मचाया और परिवार पर अपहरण का झूठा आरोप लगा दिया। कार में साथ बैठी निशा भी उसकी भाभी बनकर नाटक करने लगी। ठग नंदलाल और उसके साथी पीछे-पीछे दूसरी गाड़ी से सबकुछ देख रहे थे, मानो स्क्रिप्टेड सीन हो।
पुलिस ने खोला राज़
हंगामा सुनकर मौके पर पुलिस पहुंची। भानु जागा ने पूरी बात बताई तो शक गहराया। पूछताछ में सच्चाई सामने आई—यह शादी महज़ एक ठगी का खेल थी। पुलिस ने पूजा और निशा को वहीं पकड़ लिया, जबकि नंदलाल और अन्य साथी मौके से भाग निकले।
जांच में पता चला कि यह पूरा गिरोह शादी का झांसा देकर परिवारों को ठगता है।
पुलिस की कार्रवाई
थानाध्यक्ष प्रमोद पांडेय ने बताया कि गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। लुटेरी दुल्हन पूजा, निशा और किरण इस ठगी में शामिल थीं। पूजा का असली घर बिहार के भभुआ-दुर्गावती में है। पुलिस अब फरार नंदलाल और बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है।