सोने की रफ्तार बेकाबू! तीन साल में 180% उछला गोल्ड,
2026 तक 1.37 लाख रुपये तोला होने का अनुमान
14 days ago Written By: अनिकेत प्रजापति
नई दिल्ली। सोने की कीमतों ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में गोल्ड रिकॉर्ड तोड़ तेजी दिखा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तीन साल में 180 फीसदी चढ़ चुका है और 4000 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें आखिरी 1000 डॉलर की छलांग सिर्फ 207 दिनों में लगी है। दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,26,000 प्रति 10 ग्राम पहुंच गई। साल 2025 में अकेले भारत में सोने की कीमतों में 60% से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है। इस तूफानी तेजी के बाद अब बड़ा सवाल यही है कि क्या सोने में अब भी दम बचा है या फिर गिरावट का दौर आने वाला है?
ओवरबॉट जोन में पहुंचा सोना, पर कुछ विश्लेषक अब भी बुलिश बाजार विश्लेषकों की राय इस समय बंटी हुई है। कुछ एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि सोना अब ‘ओवरबॉट ज़ोन’ में है — यानी इसकी कीमत जरूरत से ज्यादा तेज़ी से बढ़ गई है और आने वाले महीनों में करेक्शन (गिरावट) देखने को मिल सकता है। वहीं, दूसरी ओर गोल्डमैन सैक्स जैसे बड़े वित्तीय संस्थान अब भी सोने की तेजी को लेकर आशावादी हैं। उनका मानना है कि मौजूदा रफ्तार में अभी ब्रेक लगने की संभावना नहीं है।
2026 तक 1.37 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है सोना गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2026 के अंत तक सोना 4900 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। यानी मौजूदा स्तर से करीब 22.5% और बढ़त संभव है। अगर ऐसा होता है, तो भारत में 24 कैरेट सोना ₹1.37 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। इस अनुमान के पीछे सबसे बड़ा कारण है— केंद्रीय बैंकों और ETF निवेशकों की बढ़ती खरीदारी। दुनियाभर के सेंट्रल बैंक डॉलर की अनिश्चितता के बीच सोने को सुरक्षित निवेश मान रहे हैं। हालांकि कुछ विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि इतनी तेज़ी के बाद अक्सर बाजार में मुनाफावसूली (profit booking) होती है, जिससे अल्पकालिक गिरावट देखने को मिल सकती है।
तीन साल में 180% उछाल, निवेशकों को मिला जबरदस्त रिटर्न अक्टूबर 2022 में जब वैश्विक बाजारों में मंदी का माहौल था, तब सोने की कीमत करीब 1,437 डॉलर प्रति औंस थी। तीन साल बाद, अक्टूबर 2025 में यह बढ़कर 4000 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। यानी निवेशकों को 180% का शानदार रिटर्न मिला। वार्षिक औसत रिटर्न (CAGR) की बात करें तो यह करीब 40% बैठता है, जो किसी भी पारंपरिक निवेश से कई गुना ज्यादा है। साल 2023 और 2024 में सोने ने लगभग 20-20% की बढ़त दी थी, लेकिन 2025 में इसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। सिर्फ इस साल में ही सोने की कीमत 53% बढ़ी है। लंबे समय के हिसाब से देखें तो 1, 3, 5, 10 और 20 सालों में सोने ने क्रमशः 47%, 33%, 15%, 13% और 11% का रिटर्न दिया है।