गोरखपुर में प्राइवेट बैंक का बड़ा घोटाला: पैसे को डबल नहीं,
चार गुना करने का सपना दिखाकर ठगे करोड़ों रुपए
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में एक बैंक ने गरीब और मेहनतकश लोगों के भरोसे को तोड़ दिया। आवर गोल्डन फ्यूचर अक्वासी बैंक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कार्यरत बैंक मैनेजर और उसके एजेंटों ने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये जमा किए और उन्हें अमीर बनने का सपना दिखाकर फरार हो गए। पीड़ित जब अपनी जमा पूंजी लेने पहुंचे तो बैंक बंद था। चस्पा नोटिस में लिखा था कि बैंक किसी जरूरी काम से बाहर है और चार दिन बाद खुलेगा। लेकिन चार दिन बाद भी स्थिति जस की तस थी और बैंक प्रबंधन पूरी तरह गायब था।
पीड़ितों की स्थिति और आक्रोश
बैंक के झांसे में आने वाले ज्यादातर लोग गरीब थे। इनमें ठेला लगाने वाले, खोमचा, सब्जी विक्रेता और घरों में चौका-बर्तन करने वाले शामिल हैं। वे अपने सीमित साधनों से जमा राशि करके अपने और अपने बच्चों का भविष्य सुधारने का सपना देख रहे थे। लेकिन अब उनका सपना टूट गया। बुधवार की सुबह बैंक के बाहर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। सड़क जाम हो गई, लोग बैंक और इसके प्रोपराइटर सुनील सिंह चौहान के घर में ताला लगाने की मांग करने लगे। प्रबुद्ध नागरिकों ने उन्हें शांत कर कानूनी कार्रवाई की सलाह दी।
घोटाले का विवरण और प्रभावित राशि
जानकारी के अनुसार लगभग 1500 लोगों के कुल 5 करोड़ रुपये से ज्यादा बैंक में फंसे हुए हैं। एक पीड़ित ने बताया कि उसने अपने परिवार के लिए 3.5-4 लाख रुपये जमा किए थे। बैंक के एजेंटों का कहना है कि पिछले दिसंबर से उनकी सैलरी भी नहीं मिली थी। बैंक मालिक सुनील सिंह चौहान महेसरा स्थित अपनी जमीन बेचकर कुछ पैसे लेकर फरार हो गया। उनके परिवार के सदस्य इस मामले से खुद को अलग बता रहे हैं।
महिलाओं और गरीबों की पीड़ा
कई महिलाएं अपनी जमा पूंजी खोने के बाद बैंक की सीढ़ियों पर बैठी दिखाई दीं। एक महिला ने अपने 5 वर्षीय बच्चे को गोद में लेकर आंसू बहाए। उनके लिए यह सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि भावनात्मक नुकसान भी है।
पुलिस की कार्रवाई
शाहपुर थाना प्रभारी नीरज राय ने बताया कि कई आवेदन मिले हैं और पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रोपराइटर से बातचीत कर उसे वापस लाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल वह फरार है, और पीड़ितों का भरोसा अभी तक कायम नहीं हो सका।