30 हजार सीट… हाईवे और एयरपोर्ट से सीधा कनेक्शन,
यूपी के इस शहर में बनेगा एक और इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: पूर्वांचल के खेल प्रेमियों के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर को जल्द ही विश्व स्तरीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम मिलने वाला है। बुधवार को प्रदेश सरकार ने कैबिनेट बाई सर्कुलेशन के जरिए स्टेडियम निर्माण की मंजूरी दे दी है। इसकी लागत करीब 392 करोड़ रुपये तय की गई है, जो आगे और बढ़ सकती है। अब दो महीने के भीतर शिलान्यास और दो साल के अंदर निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
50 एकड़ जमीन पर बनेगा स्टेडियम, 30 हजार दर्शकों की क्षमता यह स्टेडियम गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के पास ताल नदौर क्षेत्र में 50 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। निर्माण कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) मोड पर होगा। इसे नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी (NCC) को सौंपा गया है, जिसे विभागीय दर से अधिक बोली पर ठेका दिया गया है। यह उत्तर प्रदेश का चौथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होगा। कानपुर और लखनऊ में पहले से स्टेडियम हैं, जबकि वाराणसी में तीसरा लगभग तैयार है। गोरखपुर स्टेडियम में 30,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी और 11 पिचें होंगी, जिनमें मुख्य मैदान के साथ प्रैक्टिस पिचें भी शामिल हैं।
पार्किंग से लेकर आधुनिक सुविधाओं तक पूरी तैयारी स्टेडियम में दर्शकों के लिए 1500 वाहनों की विशाल पार्किंग, आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम, फ्लडलाइट्स, वीआईपी बॉक्स, मीडिया सेंटर, इंडोर प्रैक्टिस एरिया और जिम जैसी अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं होंगी। मुख्य परिसर 45 एकड़ में बनाया जाएगा, जबकि अन्य आवश्यक ढांचे 5 एकड़ में विकसित किए जाएंगे। स्टेडियम की लोकेशन भी बेहद सुविधाजनक है। यह गोरखपुर एयरपोर्ट से 23.6 किमी, राप्तीनगर बस अड्डे से 22 किमी, और गोरखपुर जंक्शन से केवल 20 किमी की दूरी पर होगा।
डिजाइन में दिखेगी गोरखनाथ मंदिर की झलक जैसे वाराणसी के स्टेडियम में काशी विश्वनाथ मंदिर की थीम अपनाई गई है, वैसे ही गोरखपुर स्टेडियम में गोरखनाथ मंदिर की झलक देखने को मिलेगी। स्टेडियम के प्रवेश द्वार, स्टैंड और डिजाइनों में नाथ पंथ की परंपरा और गोरक्षपीठ की वास्तुकला का समावेश होगा। यह डिजाइन क्षेत्र की आध्यात्मिक पहचान को खेल के साथ जोड़ने का प्रतीक बनेगा।
योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट, 2027 तक पूरा होगा काम प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि स्टेडियम केवल खेल का केंद्र नहीं, बल्कि गोरखपुर की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक भी बनेगा। यूपी के खेल निदेशक डॉ. आर. पी. सिंह के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे पूर्वांचल का खेल हब बनाने का लक्ष्य रखा है। निर्माण एजेंसी को समयबद्ध कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। योजना के अनुसार, यह स्टेडियम 2027 के अंत तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इसके बन जाने के बाद पूर्वांचल के खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में रोजगार व पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।