गोरखपुर में पूर्व MLA केदार सिंह के आवास पर प्रशासनिक कार्रवाई, समर्थकों से भिड़ंत,
कई लोग हिरासत में
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के डीह बाबा स्थान पर सोमवार को बड़ा विवाद देखने को मिला। यहां समाजवादी पार्टी के दिवंगत वरिष्ठ नेता और पिपराइच से दो बार विधायक रहे केदारनाथ सिंह के कथित आवास पर जिला प्रशासन और पुलिस टीम कोर्ट के आदेश पर जमीन खाली कराने पहुंची थी। लेकिन जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, पूर्व विधायक के समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। देखते ही देखते मौके पर तनाव बढ़ गया और पुलिस को भारी बल के साथ हस्तक्षेप करना पड़ा। घंटों चले इस ड्रामे के बाद आखिरकार प्रशासन ने समर्थकों को गिरफ्तार कर कार्रवाई पूरी की।
कोर्ट के आदेश पर शुरू हुई कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, जिस जमीन पर आवास और दिवंगत विधायक की मूर्ति स्थापित है, वह 99 साल की लीज पर दी गई थी। कुछ साल पहले ही इसकी मियाद पूरी हो चुकी है। इस जमीन को लेकर पूर्व विधायक के परिवार और गोरखपुर के व्यापारी ओमप्रकाश जालान के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। मामला कोर्ट तक पहुंचा और हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए साफ कर दिया कि जमीन खाली कराई जाए और निर्माण ध्वस्त कर सरकारी खाते में जमा किया जाए। आदेश के अनुसार 26 अगस्त 2025 तक यह कार्रवाई पूरी करनी थी।
समर्थकों का विरोध और गिरफ्तारी
जैसे ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, वहां विधायक के सैकड़ों समर्थक जमा हो गए। उनका कहना था कि यह भूमि वर्षों से विधायक परिवार के पास है और यहां उनका स्मारक भी बना हुआ है। इसे तोड़ना दिवंगत विधायक का अपमान होगा। इसी दौरान सैंथवार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गंगा सिंह सैंथवार के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया और पुलिस से भिड़ गए।
प्रशासन का रुख
हालात बिगड़ते देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो बल प्रयोग कर उन्हें हटाया गया। सैकड़ों समर्थकों को हिरासत में लेकर थाने भेजा गया। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह कोर्ट के आदेश पर की गई है। जमीन पर 99 साल का पट्टा खत्म हो चुका है, इसलिए कब्जा खाली कराना जरूरी था। अधिकारियों ने साफ किया कि यह सरकारी प्रक्रिया है और इसमें किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।