गोरखपुर से पानीपत तक दौड़ेगा एक्सप्रेसवे,
यूपी के 22 जिलों को जोड़ेगा दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा से सीधा संपर्क
3 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क को और मजबूत करने के लिए योगी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। गोरखपुर से शामली तक प्रस्तावित एक्सप्रेसवे का विस्तार अब हरियाणा के पानीपत तक किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे न केवल पूर्वी यूपी को दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा से सीधे जोड़ेगा, बल्कि राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को भी नई गति देगा। अधिकारियों के अनुसार, परियोजना की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार होते ही मार्च तक काम शुरू कर दिया जाएगा।
22 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के लगभग 22 जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे पूरे राज्य की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। इन जिलों में अमरोहा, संभल, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, मेरठ, बरेली, रामपुर, सीतापुर, लखनऊ, बलरामपुर, बहराइच, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और गोरखपुर शामिल हैं। यह सड़क पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बीच की दूरी को काफी कम कर देगी, जिससे यात्रियों का समय और खर्च दोनों बचेंगे।
700 किलोमीटर लंबा होगा हाई-स्पीड कॉरिडोर गोरखपुर से हरियाणा के पानीपत तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित लंबाई लगभग 700 किलोमीटर होगी। यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन सकता है। इसकी एक्सेस कंट्रोल्ड डिजाइन से यात्री बिना किसी रुकावट के तेज गति से यात्रा कर सकेंगे। इस परियोजना को 10 पैकेजों में पूरा किया जाएगा ताकि निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ सके।
औद्योगिक इकाइयों को मिलेगा बड़ा लाभ यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के औद्योगिक शहर पानीपत तक पहुंचेगा, जहां कपड़ा, लकड़ी-फर्नीचर, कागज़ और कृषि आधारित उद्योगों सहित 3000 से अधिक औद्योगिक इकाइयां सक्रिय हैं। यूपी के हज़ारों श्रमिक रोज़ी-रोटी के लिए यहां काम करने जाते हैं। इस परियोजना से कच्चे माल की ढुलाई, तैयार माल की आपूर्ति और श्रमिकों की यात्रा में सुविधा और समय की बचत होगी।
6 लेन का एक्सप्रेसवे, भविष्य में बढ़ेगा 8 लेन तक गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे 6 लेन का हाई-स्पीड कॉरिडोर होगा, जिसे भविष्य की जरूरतों के अनुसार 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। यह चौड़ी और सुरक्षित सड़क संरचना तेज़ रफ्तार यात्रा के लिए पूरी तरह उपयुक्त होगी।
पूर्वांचल से पश्चिम बंगाल तक यात्रा होगी आसान यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से भी जुड़ जाएगा। इससे न केवल उत्तर प्रदेश और हरियाणा, बल्कि बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों को भी फायदा होगा। यह मार्ग पूर्वी भारत से दिल्ली और एनसीआर तक की यात्रा को सुगम और तेज बना देगा। अधिकारियों का मानना है कि इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से व्यापार, रोजगार और औद्योगिक विकास में तेजी आएगी और पूर्वी यूपी के विकास को नई दिशा मिलेगी।