गोरखपुर में महिला ने वीडियो कॉल पर पति से झगड़े के बाद की आत्महत्या,
तीन साल का मासूम बेटा बगल में सो रहा था, 4 साल पहले हुई थी लव मैरिज
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: गोरखपुर में एक महिला ने सऊदी अरब में रह रहे पति को वीडियो कॉल कर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे की है। महिला के पास तीन साल का बेटा बेड पर सो रहा था। वीडियो कॉल के दौरान पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ और कॉल अचानक कट गई। पति ने अपने पड़ोसी को महिला के घर भेजा तो वह फंदे से लटकी मिली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इस घटना के बाद से पूरा इलाका शोक में डूब गया है।
4 साल पहले हुई थी लव मैरिज
खुशी नाम की महिला बिहार की रहने वाली थी। चार साल पहले उसकी शादी गोरखपुर के मो. नदीम अंसारी से हुई थी। दोनों की शादी अलग-अलग धर्म में होने के कारण नदीम ने गीडा क्षेत्र के पिपरौली पश्चिम टोला में किराए पर कमरा लिया था। खुशी अपने तीन साल के बेटे आसिफ के साथ वहीं रहती थी। नदीम सऊदी अरब के मदीना में नौकरी करता था। वह करीब 15 दिन पहले छुट्टियों में घर आया हुआ था और फिर वापस चला गया।
वीडियो कॉल पर पति से झगड़े के बाद महिला ने की आत्महत्या
शुक्रवार की रात खुशी ने बच्चे को सुला दिया। उसके बाद वीडियो कॉल पर पति से बात की। बातचीत के दौरान दोनों के बीच झगड़ा हुआ और खुशी गुस्से में कॉल काट दी। पति को जब चिंता हुई तो उसने पड़ोसी छोटू को मदद के लिए भेजा। छोटू जब वहां पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसने खिड़की से देखा तो खुशी फंदे से लटकी हुई थी, जिसके बाद उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
बच्चे ने नींद से उठते ही मां को लगा पुकारने
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। दरवाजा अंदर से बंद होने की वजह से पुलिस को दरवाजा तोड़ने में लगभग एक घंटा लगा। इस दौरान तीन साल का बेटा आसिफ वहीं पास सोता रहा। जब पुलिस ने दरवाजा खोला तो पड़ोसी ने बच्चे को गोद में उठाया। बच्चा गहरी नींद में था। बाद में वह जागा और अपनी मां को आवाज देने लगा। आसपास के लोग उसे चुप कराने की कोशिश कर रहे थे।
सीओ गीडा ने जांच की दी जानकारी
सीओ गीडा रत्नेश्वर सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मृतका के परिवार को सूचना दे दी गई है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके।