ग्रेटर नोएडा में पुराने उपकरणों के बदले मिलेंगे पैसे,
ई-वेस्ट निस्तारण की अनोखी पहल, 5 कंपनियों ने दिखाई रुचि
6 days ago
Written By: STATE DESK
E-waste disposa: ग्रेटर नोएडा में ई-वेस्ट के वैज्ञानिक और सुरक्षित निस्तारण की दिशा में एक बड़ी पहल की गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस दिशा में "एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI)" जारी किया था, जिसके जवाब में 5 कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इन सभी कंपनियों ने सोमवार को प्राधिकरण के समक्ष अपना विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। अब इन्हें सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसके तहत लोग पुराने, खराब हो चुके मोबाइल फोन और अन्य उपकरणों के बदले पैसे ले सकते हैं।
पुराने उपकरणों के बदले मिलेंगे पैसे
मिली जानकारी के मुताबिक, इन कंपनियों के सूचीबद्ध होने के बाद, ग्रेटर नोएडा के निवासी अपने पुराने और खराब हो चुके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, मोबाइल फोन, चार्जर आदि इन कंपनियों को दे सकेंगे। इसके बदले में नागरिकों को एक निश्चित राशि भी दी जाएगी। यह राशि प्राधिकरण द्वारा तय की जाएगी और इसकी जानकारी जल्द ही वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से सार्वजनिक की जाएगी।
प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. ने बताया कि प्रस्तुतिकरण के आधार पर इन कंपनियों को ई-वेस्ट कलेक्शन और प्रोसेसिंग के लिए अनुबंधित किया जाएगा। इस प्रक्रिया से आम लोगों को लाभ मिलेगा और पर्यावरण को भी नुकसान से बचाया जा सकेगा।
निगरानी करेगा स्वास्थ्य विभाग
मिली जानकारी के मुताबिक, इस योजना की निगरानी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी। यह पहल सीईओ एन.जी. रवि कुमार के निर्देश पर की जा रही है। सोमवार को हुई इस बैठक में प्राधिकरण की ओएसडी गुंजा सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह और प्रबंधक संध्या सिंह भी मौजूद रहीं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब केवल घरेलू कचरे के निस्तारण पर ही नहीं, बल्कि ई-वेस्ट के वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण पर भी खास ध्यान दे रहा है। इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा और अवैध तरीके से ई-वेस्ट के निस्तारण से होने वाले प्रदूषण और स्वास्थ्य खतरे से भी राहत मिलेगी।
जल्द पूरी होगी प्रक्रिया
प्राधिकरण का कहना है कि यह प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जाएगी ताकि नागरिक अपने पुराने उपकरणों को लेकर निश्चिंत हो सकें और शहर को साफ-सुथरा और सुरक्षित बनाया जा सके। एनसीआर जैसे क्षेत्र में, जहां भारी मात्रा में ई-वेस्ट मौजूद है, वहां यह कदम बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।