16 दिन... 16 प्लान...सब बेकार, मासूम की हत्या में पुलिस के हाथ फिर भी खाली,
आखिर कब तक सलाखों से दूर रहेंगे हत्यारे
1 months ago
Written By: Sandeep Shukla
Uttar Pradesh News: लखनऊ के बेहटा कस्बे के सादामऊ गांव में 28 अगस्त 2025 को आठ वर्षीय मासूम बच्चे की बेरहमी से हत्या हो गई। शव गांव के बाहर तालाब में मिला था। पुलिस ने शुरुआती जांच में कई पहलुओं पर काम किया, लेकिन हत्यारों का सुराग नहीं लगा। गुडंबा पुलिस ने 16 दिन में हत्यारों की तलाश में 16 योजनाएं बनाई, लेकिन नाकाम रही। पुलिस की सुस्त रफ्तार और पटाखा फैक्ट्री विस्फोट जैसी बड़ी घटनाओं में उलझने की वजह से मासूम हत्याकांड से लोगों की उम्मीदें टूटती जा रही हैं।
गंभीरता नहीं, सिर्फ दस्तावेजों में दिखी जांबाजी
मासूम बच्चे का शव मिलने के बाद पुलिस ने प्रारंभिक जांच की और तालाब में डूबने की बात कहकर मामले को हल्का दिखाने की कोशिश की। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस के दावे को गलत साबित कर दिया। रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि बच्चे की बेरहमी से हत्या की गई थी। पुलिस ने कुछ दिनों तक तेजी दिखाई, लेकिन जल्द ही कदम ठहर गए।
पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में उलझी पुलिस
गुडंबा पुलिस इस दौरान छोटे-मोटे अपराधियों पर कार्रवाई में व्यस्त रही। पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट और अन्य मामलों में ध्यान लगाते हुए मासूम हत्याकांड की प्राथमिकता खत्म हो गई। इंस्पेक्टर का कहना था कि प्रयास जारी हैं, लेकिन व्यवहार और कार्रवाई ने पूरी तरह निराशा पैदा कर दी।
परिवार और समाज में नाराजगी
मासूम के परिवार और गांव में पुलिस की सुस्त कार्रवाई से नाराजगी है। लोग उम्मीद कर रहे थे कि जांच में तेजी आएगी, लेकिन 16 दिन बीत जाने के बावजूद हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई। बच्चे की हत्या ने सुरक्षा और प्रशासनिक रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं।