हापुड़ में 50 लाख की बीमा धोखाधड़ी का खुलासा,
शव की जगह पुतला जलाने पहुंचे व्यापारी गिरफ्तार
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में पुलिस ने एक सनसनीखेज बीमा धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है। गढ़मुक्तेश्वर के ब्रजघाट श्मशान घाट पर शव की जगह प्लास्टिक के पुतले का अंतिम संस्कार करने पहुंचे दिल्ली के दो व्यापारियों को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोप है कि दोनों आरोपी 50 लाख रुपये का बीमा क्लेम हासिल करने के लिए अपने ही नौकर की फर्जी मौत का ड्रामा कर रहे थे। श्मशान घाट पर कफन हटते ही पुतला दिखाई देने पर मामला खुल गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
कर्ज में डूबे व्यापारी ने रची खतरनाक बीमा साजिश ब्रजघाट पुलिस के अनुसार दिल्ली के महावीर एन्कलेव निवासी कमल सोमानी करीब 50 लाख रुपये के कर्ज में डूबा हुआ था। कर्ज से निकलने के लिए उसने एक साल पहले अपने नौकर अंशुल के नाम 50 लाख रुपये का बीमा कराया और खुद को नॉमिनी बना लिया। जब अंशुल घर लौट गया, तो कमल ने उसकी नकली मौत दिखाने की योजना तैयार की।
आधार-पैन कार्ड का दुरुपयोग कर कराया बीमा जांच में सामने आया कि कमल ने अपनी दुकान में पहले काम कर चुके नीरज के भाई अंशुल के आधार और पैन कार्ड का दुरुपयोग कर टाटा AIG में जीवन बीमा करवाया। शक न हो, इसलिए हर किस्त खुद भरता रहा। उसके बाद मौके का इंतजार कर फर्जी अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली।
पुतले को शव बनाकर पहुंच गए श्मशान घाट घटना वाले दिन कमल सोमानी और उसका साथी आशीष खुराना दो प्लास्टिक के पुतले, कफन का कपड़ा और कार के साथ ब्रजघाट श्मशान पहुंचे। जैसे ही उन्होंने 'शव' को चिता पर रखा, वहां मौजूद लोगों को शक हुआ। कफन हटाते ही प्लास्टिक का पुतला देखकर हंगामा मच गया। दोनों आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन लोगों ने पकड़ लिया।
पुलिस ने किया खुलासा, बरामद हुए पुतले और कार सूचना पर गढ़मुक्तेश्वर इंस्पेक्टर मनोज कुमार बालियान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। तलाशी के दौरान दो प्लास्टिक के पुतले, कफन का कपड़ा और घटना में इस्तेमाल कार बरामद की गई। बाद में दोनों को जेल भेज दिया गया।
अब बिना सत्यापन नहीं होगा अंतिम संस्कार जिलाधिकारी अभिषेक पांडे ने कहा कि इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए अब बिना सत्यापन किसी भी शव का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया जाएगा। प्रशासन ने सभी श्मशान घाटों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।