24.92 करोड़ की छात्रवृत्ति हेराफेरी, हाथरस में पूर्व प्रधानाचार्य और प्रबंधक EOW के कब्जे में,
जानें क्या है मामला
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: हाथरस जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) ने हाथरस में चल रहे अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक शैक्षणिक संस्थान के तत्कालीन प्रधानाचार्य और उनकी पत्नी शामिल हैं। मामला प्री-मैट्रिक स्तर की छात्रवृत्ति का है, जिसमें कई संस्थानों और मदरसों ने फर्जी छात्रों के नाम पर करोड़ों रुपये की राशि हड़प ली थी। EOW की यह कार्रवाई छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है और इसने क्षेत्र में खलबली मचा दी है।
गिरफ्तारी की जानकारी
EOW ने शुक्रवार को चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला मोतीराम से आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में मदरसा अब्दुल हमीद इस्लामिया एजुकेशन, नगला मोतीराम के तत्कालीन प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद और उनकी पत्नी एवं तत्कालीन प्रबंधक सुधा शर्मा शामिल हैं। दोनों पर अपने संस्थान के माध्यम से 38.10 लाख रुपये की छात्रवृत्ति राशि गबन करने का आरोप है। EOW ने अभियान ‘शिकंजा’ के तहत इन आरोपियों को पकड़ा।
छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा
यह मामला शैक्षणिक सत्र 2011-12 से 2012-13 का है। जांच में सामने आया कि प्री-मैट्रिक स्तर की अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में 62 शैक्षणिक संस्थानों और मदरसों ने फर्जी छात्रों के नाम पर 24.92 करोड़ रुपये निकाल लिए थे। तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने कई संस्थानों के प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों के साथ मिलकर यह घोटाला किया। इस मामले में अब तक 81 लोगों की संलिप्तता सामने आ चुकी है और EOW पहले भी कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
EOW की कार्रवाई से मचा हड़कंप
EOW की ताजा कार्रवाई से क्षेत्र के अन्य कॉलेज संचालकों में खलबली मच गई है। अधिकारी लगातार जांच कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। यह कार्रवाई न केवल छात्रवृत्ति घोटाले के लिए चेतावनी है बल्कि भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने में भी मदद करेगी। इस प्रकार हाथरस में छात्रवृत्ति घोटाले की यह जांच EOW की सक्रियता और भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाने की गंभीरता को दर्शाती है।