नहीं निकलेगा धुआं, नहीं होगा प्रदूषण… नोएडा एयरपोर्ट पर दौड़ेंगी हाइड्रोजन बसें,
यीडा की बड़ी पहल
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यात्रियों की सुविधा के लिए जल्द ही हाइड्रोजन बसें चलाई जाएंगी। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने मंगलवार को इस योजना की घोषणा की। बताया गया है कि यह पहली बार होगा जब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सार्वजनिक परिवहन के तौर पर हाइड्रोजन से चलने वाली बसें चलेंगी। खास बात यह है कि इन बसों से न तो धुआं निकलेगा और न ही किसी प्रकार का प्रदूषण होगा, जिससे यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल परिवहन साधन बन जाएगी।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और एयरपोर्ट के बीच चलेंगी लग्जरी बसें नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने के साथ ही इन बसों को यात्रियों की सेवा में उतारा जाएगा। शुरुआत में ये बसें नोएडा, ग्रेटर नोएडा और एयरपोर्ट के बीच चलेंगी। यीडा के अधिकारियों ने बताया कि यह तीन साल का पायलट प्रोजेक्ट होगा। इसके तहत 45 सीटों वाली चार लग्जरी एसी बसें चलाने की योजना है। इस परियोजना में यीडा और एनटीपीसी दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यीडा बसों के लिए ड्राइवर और कंडक्टर की व्यवस्था करेगी, जबकि एनटीपीसी हाइड्रोजन ईंधन उत्पादन, ईंधन भरने और मेंटेनेंस की जिम्मेदारी संभालेगी।
पहले भी लेह-लद्दाख में चला चुकी है एनटीपीसी हाइड्रोजन बसें यीडा के सीईओ और नोएडा एयरपोर्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर.के. सिंह ने बताया कि पहली दो हाइड्रोजन बसें तैयार हो चुकी हैं, जबकि बाकी दो बसें भी जल्द बनकर तैयार हो जाएंगी। उम्मीद है कि नवंबर के मध्य तक यह सेवा आम जनता के लिए शुरू कर दी जाएगी। सिंह ने कहा कि यह पहल एक प्रदूषण-मुक्त, आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन प्रणाली की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि इससे पहले एनटीपीसी ने लेह-लद्दाख में भी हाइड्रोजन बसों का सफल संचालन किया है, जिससे यह तकनीक अब एनसीआर क्षेत्र में भी लागू की जा रही है।
एक बार ईंधन भरने पर तय करेगी 600 किलोमीटर अधिकारियों के अनुसार, इन बसों में हाइड्रोजन फ्यूल सेल तकनीक का उपयोग किया गया है। यह तकनीक हवा में मौजूद ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैस को मिलाकर बिजली उत्पन्न करती है, जिससे बस चलती है। बसों से उत्सर्जन के रूप में केवल जलवाष्प (water vapour) निकलता है, जो प्रदूषणरहित है। एक बार हाइड्रोजन गैस भरने पर यह बस लगभग 600 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगी, जिससे बार-बार ईंधन भरने की जरूरत नहीं होगी।