विदेश मंत्रालय ने तुर्की को दिया सख्त संदेश कहा- पाकिस्तान पर बनाए दबाव,
आतंकवाद के समर्थन को रोकने के लिए की सख्त कदम की मांग
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
India Turkey Relations: भारत ने गुरुवार को कहा कि वह तुर्की से उम्मीद करता है कि वह पाकिस्तान पर जोरदार दबाव डालेगा। भारत चाहता है कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के समर्थन को खत्म करे। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ सच्चे और प्रभावी कदम उठाए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि तुर्की को पाकिस्तान के आतंकवादी माहौल को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। भारत ने यह भी कहा कि तुर्की के साथ इस मुद्दे पर बातचीत हुई है।
तुर्की की कंपनी से सुरक्षा मंजूरी वापस
तुर्की की कंपनी चेलबी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को नौ भारतीय हवाई अड्डों पर जमीन सेवा देने के लिए सुरक्षा मंजूरी मिली थी। लेकिन अब इसे सुरक्षा मंजूरी वापस ले ली गई है। इस मामले पर भारतीय नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने यह फैसला लिया है। रणधीर जायसवाल ने बताया कि इस विषय पर तुर्की दूतावास से चर्चा हुई है। हालांकि यह निर्णय नागरिक उड्डयन सुरक्षा विभाग का है।
भारत-तुर्की संबंधों में तनाव
भारत और तुर्की के रिश्ते हाल ही में तनावपूर्ण हो गए हैं। तुर्की ने भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर हमले की निंदा की थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच मतभेद बढ़े। इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत के साथ युद्ध में बड़े पैमाने पर तुर्की के ड्रोन इस्तेमाल किए थे। इस कारण भी दोनों देशों के बीच संबंध प्रभावित हुए हैं।
चीन से भी हुई चर्चा
रणधीर जायसवाल ने यह भी बताया कि 10 मई 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बातचीत हुई थी। डोवाल ने सीमा पार से हो रहे आतंकवाद पर भारत का मजबूत रुख चीन को बताया। चीन ने कहा कि भारत-चीन संबंधों का आधार आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता है। डोवाल ने वांग को बताया कि युद्ध भारत की पसंद नहीं है। लेकिन पाकिस्तान में पहलगाम हमले के बाद भारत को आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाने पड़े। इस बातचीत से साफ है कि भारत अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए पूरी तरह सजग है। यह बयान भारत की विदेश नीति की मजबूती और आतंकवाद के खिलाफ उसके रुख को दर्शाता है। भारत चाहता है कि सभी पड़ोसी देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करें।