काशी एक्सप्रेस ट्रेन में बम की झूठी सूचना से यात्रियों में दहशत, रेलवे ने की सघन जांच,
तीन घंटे तक तलाशी के बाद ट्रेन हुई रवाना
7 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: गोरखपुर से कुर्ला जा रही काशी एक्सप्रेस ट्रेन (15018) में बम होने की खबर से हड़कंप मच गया। दोपहर 2.50 बजे रेलवे कंट्रोल रूम में अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें कहा गया कि स्लीपर कोच एस-1 से एस-4 के बीच एक काले रंग के बैग में बम रखा गया है। इस सूचना के बाद रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रेन को जौनपुर के जंघई जंक्शन पर रोक दिया। यात्रियों में डर और दहशत फैल गई, हलांकी, सुरक्षा बलों ने तलाशी शुरू कर दी। करीब ढाई घंटे तक की कड़ी जांच के बाद भी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और बम की सूचना झूठी साबित हुई।
बम की सूचना पर रेलवे पुलिस टीम हुई सक्रिय
सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस फोर्स की टीम हरकत में आ गई। जंघई जंक्शन पर पहले से मौजूद आरपीएफ इंस्पेक्टर आलोक तिवारी, जीआरपी प्रभारी अरुण कुमार मिश्रा, मीरगंज थानाध्यक्ष विनोद अंचल और एसआई मुन्नीलाल ने मिलकर ट्रेन की जांच शुरू की। यात्रियों के सामान और सीटों की बारीकी से तलाशी ली गई। सुरक्षा के मद्देनजर प्रयागराज और जौनपुर से बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया जो बाद में ट्रेन पहुंचकर जांच में मदद करने लगे।
जंघई स्टेशन पर रोक दी गई अचानक ट्रेन
यात्री बताते हैं कि वाराणसी से काशी एक्सप्रेस में सवार होकर जब गाड़ी जंघई स्टेशन पर पहुंची तो अचानक ट्रेन रोक दी गई। पुलिस टीम कई बैगों को खोज रही थी। करीब दो घंटे से ट्रेन स्टेशन पर रुकी रही, वहीं यात्रियों का कहना है कि उन्हें शुरू में कोई जानकारी नहीं मिली कि गाड़ी क्यों रुकी है। इस कारण यात्रियों में चिंता बढ़ गई।
जंघई स्टेशन अधीक्षक ने बताया बम की सूचना
जंघई स्टेशन के अधीक्षक कोमल सिंह ने बताया कि जीआरपी के दरोगा ने 2.50 बजे सूचना दी कि ट्रेन में बम है और उसे रोकने को कहा। हालांकि उन्होंने कहा कि बिना लिखित आदेश के गाड़ी नहीं रोकी जा सकती। तीन बजे जीआरपी की ओर से लिखित में बम की सूचना मिलने के बाद ही ट्रेन रोकी गई। इसके बाद पूरी टीम ने करीब ढाई घंटे तक तलाशी ली।
अज्ञात नंबर से आई काशी एक्सप्रेस में बम की सूचना
जीआरपी प्रभारी अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि अज्ञात नंबर से सूचना मिली थी कि काशी एक्सप्रेस के बोगी S1, S3 और S4 में एक काले रंग का बैग है जिसमें बम रखा गया है। ट्रेन को रोककर पूरी जांच की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बम निरोधक दस्ते के आने के बाद भी जांच पूरी की गई। अंत में 5.48 बजे जीआरपी ने पुष्टि की कि ट्रेन में कोई बम नहीं मिला। इसके बाद ट्रेन को 6.02 बजे रवाना कर दिया गया।
झूठी बम सूचना से यात्रियों में हुई घबराहट
यह घटना यात्रियों और रेलवे प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती थी। हालांकि बम की सूचना झूठी साबित हुई, लेकिन रेलवे सुरक्षा बलों की तत्परता ने संभावित खतरे को समय रहते खत्म कर दिया। यात्रियों को भी सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्टि मिली, लेकिन इस तरह की झूठी सूचनाएं यात्रियों और सुरक्षा व्यवस्था दोनों के लिए परेशानी बनती हैं। रेलवे ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसे मामलों को रोका जा सके।