देशभर में SIR अभियान:
लोगों की राय और बदलाव की उम्मीद
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
देश में चुनाव आयोग द्वारा शुरू किया गया Special Intensive Revision (SIR) इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में है। मतदाता सूची को साफ और अपडेट करने के लिए आयोग ने यह महा अभियान शुरू किया है। शुरुआत में इसे 12 राज्यों में लागू किया गया और बाद में पूरे देश में इसे आगे बढ़ाया गया। इस प्रक्रिया के तहत हर मतदाता का डाटा दोबारा जांचा जा रहा है, पुराने रिकॉर्ड मिलाए जा रहे हैं और गलत या दोहराए गए नाम हटाए जा रहे हैं। इसकी वजह से कई लोगों में कंफ्यूजन दिख रहा है, जबकि कई लोग इसे चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने का बड़ा कदम मान रहे हैं। सुल्तानपुर के लोगों की राय भी यही बताती है कि SIR देश में बदलाव की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो सकता है।
2003 की मतदाता सूची से मिलान में लोगों को परेशानी सुल्तानपुर के विवेक नगर के रहने वाले अशोक कुमार जायसवाल बताते हैं कि मतदाता सूची के 2003 वाले रिकॉर्ड से मिलान में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। कई परिवारों के नाम पुराने दस्तावेजों से मैच नहीं हो पा रहे, जिससे प्रक्रिया धीमी हो रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सीधे BLO से संपर्क में हैं, उन्हें सूची में अपना नाम ढूंढने में ज्यादा मुश्किल नहीं हो रही। अशोक कुमार ने SIR के दौरान मतदाता सूची को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए चुनाव आयोग की तारीफ भी की। उनके अनुसार यह कदम लोगों की मुश्किलों को काफी कम करता है।
लोग मानते हैं—SIR से होगा बड़ा बदलाव स्थानीय लोगों का मानना है कि SIR चुनाव आयोग की एक बेहतरीन और दूरदर्शी पहल है। उनका कहना है कि अब एक व्यक्ति कई जगह वोट नहीं कर सकेगा क्योंकि हर रिकॉर्ड को दोबारा जांचा जा रहा है और गलतियों को हटाया जा रहा है। लोगों को उम्मीद है कि इससे देश में मतदाता सूची अधिक साफ और सही बनेगी। आने वाले समय में यह अभियान पारदर्शी चुनाव की दिशा में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।
वोट चोरी पर लोगों की प्रतिक्रिया सुल्तानपुर के ही रहने वाले अजय कुमार ने कहा कि विपक्ष यह आरोप लगाता रहा है कि सरकार और चुनाव आयोग वोट चोरी करवाते हैं। लेकिन जमीन पर ऐसा कुछ नहीं दिखता। उन्होंने कहा कि SIR इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि चुनाव आयोग मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध और सही बनाना चाहता है। अजय कुमार का कहना है कि अधिकतर मतदाता इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं और इसे मतदान प्रक्रिया को मजबूत करने वाला कदम मानते हैं।