वर्दी और नकली I-Card पहनकर दो साल तक रेलवे को बेवकूफ बना रहा था युवक,
इटावा में पकड़ा गया फर्जी लोको पायलट
22 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के इटावा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुरुवार को कालका नेता जी एक्सप्रेस (12312) ट्रेन के इंजन में एक युवक को फर्जी लोको पायलट के रूप में पकड़ा गया। असली ड्राइवर राजेंद्र कुमार मीणा ने युवक की गतिविधियों पर शक जताते हुए टूंडला हेडक्वार्टर को तुरंत सूचना दी। ट्रेन को इटावा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर चार पर रोका गया और आरपीएफ की टीम ने युवक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने रेलवे सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे पकड़ा गया फर्जी लोको पायलट गिरफ्तार युवक की पहचान आकाश कुमार पुत्र राकेश कुमार, निवासी कौशल्या नगर, फिरोजाबाद के रूप में हुई। आकाश ने लोको पायलट की पूरी वर्दी पहन रखी थी, गले में नकली पहचान पत्र लटका था और नाम पट्टी भी लगी हुई थी। उसके पास से लाल और हरी झंडियां, लॉगबुक और अन्य जरूरी सामान भी बरामद हुआ। वह इंजन में बैठकर दिल्ली की ओर जा रहा था, लेकिन सतर्क चालक की वजह से उसकी पोल खुल गई।
दो साल से करता रहा फर्जी सफर जांच में खुलासा हुआ कि आकाश पिछले दो साल से खुद को लोको पायलट बताकर विभिन्न ट्रेनों में सफर कर रहा था। उसने अपने मित्र असली लोको पायलट की नकल करते हुए वर्दी और नकली आईडी कार्ड बनवा लिया था। पूछताछ में उसने कहा कि वह केवल किराया बचाने के लिए ऐसा करता था, लेकिन आरपीएफ और जीआरपी को शक है कि इसके पीछे ठगी और धोखाधड़ी का बड़ा खेल भी हो सकता है।
आरोपी की पृष्ठभूमि आकाश केवल दसवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है। इसके बावजूद वह असली लोको पायलट की तरह व्यवहार करता और लोगों को यकीन दिलाता कि वह रेलवे में कार्यरत है। सूत्रों के मुताबिक, उसने कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगने की कोशिश भी की थी।
आरपीएफ की तत्परता और कार्रवाई आरपीएफ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही ट्रेन रोकी गई और आरोपी को जीआरपी इटावा के सुपुर्द कर दिया गया। इस कार्रवाई में महिला कांस्टेबल चांदनी, हेड कांस्टेबल रामनरेश और कांस्टेबल श्याम सिंह जाट की अहम भूमिका रही।
रेलवे सुरक्षा पर सवाल हाल ही में टूंडला में फर्जी टीटीई पकड़ा गया था और अब इटावा में फर्जी लोको पायलट मिलने से रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे हैं। रेलवे विभाग ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा व्यवस्थाओं को और पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।