जयपुर में खत्म हुई सफाई कर्मियों की हड़ताल,
अधिकांश मांगें मानी गईं; शहर की सफाई व्यवस्था फिर पटरी पर
1 months ago Written By: Aniket prajapati
तीन दिन से जारी सफाई कर्मियों की हड़ताल गुरुवार को समाप्त हो गई। जयपुर नगर निगम प्रशासन ने कर्मचारियों की अधिकतर मांगें मान लीं, जिसके बाद कर्मचारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया। हड़ताल के कारण शहर के कई इलाकों में कचरे के ढेर लग गए थे और सफाई व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित रही। नगर निगम ग्रेटर और हैरिटेज के विलय के बाद स्वास्थ्य निरीक्षक और जमादार के कार्यवाहक पदों की स्थिति पर असमंजस अभी भी बना हुआ है क्योंकि इस मांग पर कोई आश्वासन नहीं दिया गया है।
निगम प्रशासन और कर्मचारियों के बीच समझौता हड़ताली कर्मचारियों की बातचीत नगर निगम कमिश्नर गौरव सैनी और मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ की मौजूदगी में हुई। बैठक में कर्मचारियों की सुनवाई करते हुए सराफ ने भरोसा दिलाया कि लंबित भर्ती प्रक्रिया को दोबारा शुरू किया जाएगा और जल्द ही आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी होगा। प्रशासन ने अन्य कई मांगों पर सहमति जताई, जिससे कर्मचारियों का विरोध शांत हुआ।
सभी कर्मचारी लौटे ड्यूटी पर नगर निगम से आश्वासन मिलने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की। इसके बाद गुरुवार शाम तक सभी सफाई कर्मचारी अपने-अपने काम पर लौट आए और शहर की सफाई व्यवस्था धीरे-धीरे सामान्य होने लगी।
मोबाइल ऐप से हाज़िरी का दबाव नहीं विधायक कालीचरण सराफ ने बताया कि कर्मचारियों को अब मोबाइल ऐप से हाज़िरी दर्ज नहीं करनी होगी। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन कर्मचारियों की उचित समस्याओं पर जल्द कार्रवाई करेगा। सराफ ने कहा कि जयपुर की स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है और प्रशासन इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएगा।
हड़ताल से शहर में फैला कचरा तीन दिनों की हड़ताल के दौरान शहर के कई इलाकों में कचरे के ढेर लग गए थे। आवासीय कॉलोनियों से लेकर सार्वजनिक शौचालयों तक सफाई पूरी तरह ठप रही। घर-घर कचरा संग्रहण का काम भले ही कॉन्ट्रैक्ट वर्करों के जरिए चलता रहा, लेकिन रात की झाड़ू, सड़क साफ-सफाई और पब्लिक टॉयलेट की देखरेख नगर निगम के कर्मचारियों के जिम्मे होती है। इनके काम बंद होने से शहर की सफाई व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई थी।