जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत:
सुसाइड या मर्डर?
4 days ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में कुठौंद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत ने इलाके में सनसनी मचा दी है। शुक्रवार रात थाना परिसर में गोली चलने की घटना के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुरू में यह मामला सुसाइड बताया गया, लेकिन अब महिला सिपाही के नाम के खुलासे और पत्नी की तहरीर के बाद यह मर्डर की शक की दिशा में बढ़ता दिख रहा है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है और घटना की गुत्थी सुलझाने में जुटी है।
घटना का क्रम
घटना शुक्रवार रात साढ़े 9 बजे की बताई जा रही है। थाना परिसर में अचानक गोली चलने की आवाज गूंजी और वहां भगदड़ मच गई। हमराहियों ने इंस्पेक्टर अरुण के कमरे का दरवाजा खोला तो वे खून से लथपथ बेड पर पड़े मिले। उनके हाथ के पास उनकी ही सर्विस रिवाल्वर पड़ी थी। तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठौंद ले जाने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज उरई रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय का पेशेवर जीवन
अरुण कुमार राय मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले थे। 1998 में सिपाही के रूप में पोस्टिंग हुई, 2012 में दरोगा बने और 2023 में इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोशन मिला। उनके पेशेवर जीवन में उन्हें कई सम्मान और जिम्मेदारियां मिली थीं।
महिला सिपाही का नाम और पत्नी की तहरीर
घटना के समय थाने में तैनात महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा का नाम सामने आया। सिपाहियों के अनुसार, महिला सिपाही कमरे से भागते हुए चीखकर बाहर आई और बोली कि साहब ने गोली मार ली। हालांकि, शनिवार दोपहर को अरुण की पत्नी माया राय ने महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। इसमें आरोप लगाया गया कि महिला सिपाही ने हत्या की है या किसी से करवाई है।
पुलिस की जांच
जालौन एसपी दुर्गेश कुमार ने बताया कि महिला सिपाही की भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस हर पहलू से घटना की छानबीन कर रही है और सत्य का पता लगाने में जुटी है। अभी यह साफ नहीं है कि मामला सुसाइड है या मर्डर।