जनेश्वर मिश्र पार्क बहुउद्देशीय स्थल… पहले से 3 गुना बढ़ जाएगी सरकारी आमदनी,
लोगों को मिलेगा रोजगार
7 days ago Written By: Ujjwal Somvanshi
Uttar Pradesh News: राजधानी लखनऊ में स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर-5 के पास बने बहुउद्देशीय समारोह स्थल को अब आरएफपी प्रक्रिया के तहत निजी क्षेत्र के हवाले कर दिया गया है। करीब 3 लाख वर्गफीट में फैला यह विशाल स्थल पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) द्वारा संचालित किया जा रहा था। नई व्यवस्था न केवल प्राधिकरण की आय को तीन गुना तक बढ़ाने वाली है, बल्कि इससे आम लोगों को मिलने वाली सुविधाओं में भी सुधार होगा। गोमती नगर विस्तार क्षेत्र में बने इस स्थल का उपयोग लंबे समय से शादी समारोहों और सामाजिक आयोजनों के लिए होता रहा है।
2016 से हो रही थी बुकिंग यह बहुउद्देशीय स्थल वर्ष 2016 से बुकिंग के लिए उपलब्ध था। समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान यहां राजनीतिक आयोजन भी किए गए थे। लगभग 10 हजार मेहमानों की क्षमता और 3,000 से अधिक वाहनों की पार्किंग सुविधा के कारण यह लखनऊ के सबसे पसंदीदा आयोजन स्थलों में शामिल है। स्थल को पार्क के मुख्य क्षेत्र से अलग रखने के लिए इसकी परिधि की फेंसिंग भी पहले ही कराई जा चुकी है।
आरएफपी के तहत निजी कंपनी को सौंपा संचालन एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि पहले प्रतिदिन की बुकिंग से 75 लाख से 1 करोड़ रुपये तक की सालाना आय होती थी। लेकिन अब आरएफपी प्रक्रिया के तहत शशि इंफ्राकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को संचालन सौंपा गया है, जो हर वर्ष 3 करोड़ 21 लाख रुपये प्राधिकरण को देगा। यह आय पुराने मॉडल की तुलना में तीन गुना अधिक होगी। प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि यह राशि पूरी तरह पार्क के अनुरक्षण कार्यों में खर्च की जाएगी।
हरित क्षेत्र की सुरक्षा, कोई नया निर्माण नहीं एलडीए ने साफ किया है कि पार्क के भीतर स्थित इस समारोह स्थल में किसी भी प्रकार का नया निर्माण नहीं होगा। कंपनी इसे पुराने स्वरूप में केवल लॉन के तौर पर ही उपयोग करेगी, जिससे हरित क्षेत्र और प्राकृतिक सौंदर्य सुरक्षित रहेगा।
रोजगार के भी खुलेंगे नए अवसर निजी संचालन के बाद कार्यक्रम प्रबंधन, टेंट, कैटरिंग और सजावट जैसे कार्यों में भी अधिक अवसर बनेंगे। स्थानीय श्रमिकों ने उम्मीद जताई है कि स्थल के बढ़ते उपयोग से उनकी आय में भी वृद्धि होगी। कैटरिंग से जुड़े मोहन पाल ने बताया कि इस फैसले से कर्मचारियों को अधिक काम मिलेगा, जिससे कई परिवारों को सीधा लाभ होगा।