झांसी में सड़क पर बिस्तर-दवाइयां लेकर लेट गए लोग,
लग गया 2 किलोमीटर लंबा जाम, भागे-भागे पहुंचे अफसर
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: झांसी में बिजली कटौती से परेशान लोग सड़कों पर उतर आए। शनिवार देर रात करीब 12 बजे बीकेडी चौराहे पर लोगों ने जाम लगा दिया। महिलाएं बच्चों को गोद में लेकर सड़क पर बैठ गईं। कुछ लोग बिस्तर और दवाइयां लेकर आए थे। जाम से करीब 2 किलोमीटर लंबा रास्ता बंद हो गया। बिजली संकट से परेशान एक व्यक्ति सड़क पर लेट गया। उसने पास में दवाइयां रख दीं और हाथ से पंखा झलता रहा। अफसरों को जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। सिटी सीओ स्नेहा तिवारी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन लोग चार घंटे तक नहीं माने और प्रदर्शन करते रहें।
बिस्तर और दवाइयों के साथ लोगों ने दिया धरना
बता दें कि लोगों का कहना था कि कई दिनों से दिन-रात बिजली काटी जा रही है। गर्मी बहुत ज्यादा है। बिना बिजली के रहना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वरिष्ठ वकील बालेंद्र नायक ने सड़क पर बिस्तर बिछा लिया। उन्होंने कहा- बिजली नहीं है, इसलिए नींद नहीं आती। बीमार हो गए हैं। ये दवाइयां इसकी गवाही हैं। आगे उन्होंने कहा कि अधिकारी फोन भी नहीं उठा रहे। बीकेडी चौराहे के पास रहने वाले रविंद्र राजपूत ने बताया कि एक सप्ताह से बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। कई बार अफसरों से शिकायत की लेकिन हर बार यही कहा जाता है कि लाइन में फाल्ट है और काम चल रहा है और मामला टाल दिया जाता है। शिकायत के बावजूद बिजली ठीक नहीं हुई।
जाम की सूचना पर मौके पर पहुंची दो थानों की पुलिस
जब जाम की खबर फैली, तो दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जाम हटाने की कोशिश की लेकिन लोग बिजली विभाग के अफसरों को बुलाने की मांग करने लगे। इस दौरान बहस भी हुई। शांतनू नायक ने बताया कि जब बिल नहीं भरते तो कर्मचारी तुरंत कनेक्शन काटने आ जाते हैं। लेकिन अब जब जनता परेशान है तो कोई अधिकारी बात तक करने नहीं आ रहा। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे फिर से धरने पर बैठेंगे। झांसी की जनता अब जवाब चाहती है।
विधायक ने ऊर्जा मंत्री को लिखा पत्र
बता दें कि BJP विधायक रवि शर्मा ने ऊर्जा मंत्री को चिट्ठी लिखी। उन्होंने लिखा कि झांसी की बिजली व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है। गर्मी में लोगों की हालत खराब है। सरकार ध्यान नहीं दे रही। अगर समस्या का हल नहीं हुआ तो वो भी धरने पर बैठेंगे।