जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सहारनपुर से डॉक्टर को किया गिरफ्तार,
जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने का आरोप
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक विशेष टीम ने यहां एक प्राइवेट अस्पताल में तैनात डॉक्टर को हिरासत में लेकर श्रीनगर रवाना कर दिया है। डॉक्टर पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने का गंभीर आरोप है। यह कार्रवाई अचानक हुई, जिससे स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। आरोपी डॉक्टर लंबे समय से सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित एक प्रतिष्ठित अस्पताल में कार्यरत था।
पोस्टर मामले में श्रीनगर पुलिस को मिले अहम सुराग जानकारी के अनुसार, श्रीनगर पुलिस ने कुछ दिन पहले शहर के कई इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार पोस्टर लगाए जाने के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान पुलिस को CCTV फुटेज से एक अहम सुराग मिला। वीडियो में एक युवक पोस्टर लगाते हुए दिखाई दिया। तकनीकी जांच के बाद उसकी पहचान डॉ. आदिल अहमद राठर, निवासी अनंतनाग, के रूप में हुई। इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।
सहारनपुर से मिली लोकेशन, टीम ने की दबिश आरोपी की लोकेशन ट्रेस होने के बाद श्रीनगर पुलिस की टीम सहारनपुर पुलिस और SOG की मदद से अंबाला रोड स्थित अस्पताल पहुंची। वहां से डॉ. आदिल को हिरासत में लेकर स्थानीय थाने लाया गया। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद अदालत के आदेश पर उसे ट्रांजिट रिमांड पर श्रीनगर पुलिस को सौंप दिया गया। टीम ने सहारनपुर के एसएसपी आशीष तिवारी से मुलाकात कर गिरफ्तारी से जुड़े दस्तावेज भी साझा किए।
हाल ही में की थी शादी सूत्रों के अनुसार, डॉ. आदिल के खिलाफ सहारनपुर में कोई शिकायत दर्ज नहीं थी। उन्होंने हाल ही में 4 अक्टूबर को सहारनपुर की एक महिला डॉक्टर से निकाह किया था। इससे पहले वह दिल्ली रोड स्थित एक बड़े अस्पताल में भी काम कर चुके थे।
अब अन्य डॉक्टरों की भी होगी जांच इस घटना के बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि सहारनपुर में इस समय जम्मू-कश्मीर से आए कई डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ कार्यरत हैं। घटना के बाद लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) और पुलिस ने सभी बाहरी कर्मचारियों की बैकग्राउंड जांच शुरू कर दी है। श्रीनगर पुलिस अब यह जांच कर रही है कि डॉ. आदिल ने यह काम अकेले किया या किसी नेटवर्क के कहने पर। जांच एजेंसियां अब उनके डिजिटल डिवाइस और सोशल मीडिया गतिविधियों की भी जांच कर रही हैं। माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी से पुलिस को पोस्टर लगाने की साजिश से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है। इस बीच, सहारनपुर पुलिस ने जिले के सभी प्राइवेट अस्पतालों और हॉस्टलों से बाहरी डॉक्टरों व स्टाफ की पूरी जानकारी मांगी है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।