जानें यूपी के किस शहर में होगा भगवान विष्णु का कल्कि अवतार,
अधर्म का होगा अंत और सतयुग की होगी शुरुआत
6 hours ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार ‘कल्कि’ कलियुग के अंत में प्रकट होगा और इसका केंद्र उत्तर प्रदेश का संभल जनपद होगा. ऐसा कहा जाता है कि जब धरती पर अधर्म, अन्याय और पाप अपनी चरम सीमा पर पहुंच जाएंगे, तब विष्णु भगवान कल्कि के रूप में अवतरित होंगे. उनका उद्देश्य होगा पापियों का विनाश कर धर्म की स्थापना करना और सतयुग की पुनः शुरुआत करना.
संभल में होगा कल्कि भगवान का जन्म
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, कल्कि भगवान का जन्म विष्णुयशा नामक एक ब्राह्मण परिवार में होगा, जो उत्तर प्रदेश के संभल जिले के निवासी बताए गए हैं. कहा जाता है कि यह अवतार घोड़े पर सवार एक योद्धा का होगा, जिसके हाथ में तलवार होगी और जो अधर्म का नाश कर पृथ्वी को बुराइयों से मुक्त करेगा.
भगवान विष्णु के नौ अवतार
संभल स्थित कल्कि मंदिर के पुजारी और इतिहासकार महेंद्र शर्मा बताते हैं कि भगवान विष्णु के कुल दस अवतार माने गए हैं. इनमें से नौ अवतार अब तक हो चुके हैं—
- मत्स्य अवतार: मछली रूप में जीवन की शुरुआत का प्रतीक
- कूर्म अवतार: कछुए के रूप में, जल और थल दोनों से जुड़ा
- वराह अवतार: धरती को बुराई से बाहर निकालने वाला
- नृसिंह अवतार: आधा सिंह, आधा मानव रूप में प्रकट
- वामन अवतार: बौने ब्राह्मण के रूप में बलि से धरती की रक्षा
- परशुराम अवतार: योद्धा रूप में अधर्मियों का विनाश
- राम अवतार: मर्यादा पुरुषोत्तम, प्रेम और न्याय का प्रतीक
- कृष्ण अवतार: नीति और प्रेम का पाठ पढ़ाने वाले
- बुद्ध अवतार: करुणा और ज्ञान का संदेश देने वाले
इन नौ अवतारों के बाद अब केवल दसवां अवतार कल्कि शेष है.
धर्म की पुनः स्थापना का संदेश
महेंद्र शर्मा कहते हैं कि जब-जब अधर्म बढ़ा है, तब-तब भगवान ने अवतार लेकर धर्म की रक्षा की है. अब कलियुग के अंत में कल्कि अवतार के प्रकट होने की भविष्यवाणी है, जो संभल से जुड़ी है. माना जा रहा है कि यह अवतार न सिर्फ अधर्म का अंत करेगा, बल्कि एक नए युग की शुरुआत भी करेगा.