कानपुर में बच्चे घर की ज्वेलरी बेचने लगे,
वजह है छोटे-छोटे शौक
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
कानपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने हर माता-पिता को सोचने पर मजबूर कर दिया है। पिछले 15 दिनों में शहर के अलग-अलग इलाकों से ऐसी दर्जनभर घटनाएं सामने आईं, जिसमें बच्चे अपने छोटे-छोटे शौक पूरे करने के लिए घर की ज्वेलरी लेकर ज्वेलरी शॉप तक पहुंचे। मासूम बच्चों ने बताया कि उन्हें मम्मी पैसे नहीं देतीं, इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया। पुलिस ने भी हालात को गंभीरता से देखते हुए बच्चों और उनके माता-पिता की काउंसलिंग शुरू कर दी है।
मां के मना करने पर बच्चे उठाने लगे जोखिम भरे कदम हर घर में बच्चे तरह-तरह की चीजें मांगते हैं, जैसे मैगी, स्कूटी, घड़ी या चॉकलेट। लेकिन जब माता-पिता महंगे शौक पर रोक लगाते हैं, तो बच्चे इसका गलत मतलब निकाल लेते हैं। कानपुर के काकादेव, कल्याणपुर, स्वरूप नगर और कर्नलगंज में पिछले 15 दिनों में 12 से अधिक मामले सामने आए, जहां बच्चे घर के सोने के जेवर लेकर दुकानों में पहुंच गए।
मासूमों ने बताई चौंकाने वाली बातें दुकानदारों ने बच्चों से पूछने पर पाया कि उनका मकसद सिर्फ अपनी छोटी-छोटी इच्छाओं को पूरा करना था। किसी को मैगी चाहिए थी, किसी को स्कूटी, तो किसी को खिलौने। बच्चों का कहना था कि मम्मी पैसे नहीं देती थीं, इसलिए उन्होंने घर की ज्वेलरी बेचने का रास्ता अपनाया।
पुलिस ने काउंसलिंग का रास्ता चुना ज्यादातर मामलों में पुलिस ने सीधे कार्रवाई करने की बजाय बच्चों और उनके माता-पिता को समझाना शुरू किया है। बच्चों की काउंसलिंग की जा रही है और माता-पिता को भी यह समझाया जा रहा है कि बच्चों की जरूरतों और इच्छाओं पर ध्यान दें।
एक महीने में तीन मामले सिर्फ एक दुकान में कानपुर के शास्त्री नगर स्थित मां वैष्णो ज्वेलर्स में अकेले एक महीने में तीन मामले सामने आए। एक बच्चा मैगी के लिए, दूसरा स्कूटी के लिए और तीसरा खिलौनों के लिए आया। दुकानदार पुष्पेंद्र जायसवाल ने हर बार पुलिस को सूचना दी। उन्होंने कहा कि स्थिति चिंताजनक है क्योंकि सभी बच्चे नाबालिग हैं। पुलिस ने ऐसे मामलों को रोकने और बच्चों की सुरक्षा के लिए अलग टीम बनाने पर विचार शुरू किया है।