कौन हैं CO ऋषिकांत शुक्ला… जिन्होंने अखिलेश दूबे के साथ मिलकर खेला भ्रष्टाचार का खेल,
विजिलेंस विभाग ने जांच किया शुरू
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: कानपुर के चर्चित वकील अखिलेश दुबे के करीबी माने जाने वाले सर्किल ऑफिसर (CO) ऋषिकांत शुक्ला पर गंभीर आरोपों के बाद प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। शासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और विजिलेंस विभाग ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है। यह कदम एसआईटी (विशेष जांच दल) की रिपोर्ट के बाद उठाया गया है, जिसमें खुलासा हुआ कि शुक्ला ने दुबे गिरोह के साथ मिलकर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए और निर्दोष लोगों की संपत्तियों पर कब्जा किया।
श्रीकांत शुक्ला का भ्रष्टाचार नेटवर्क ऋषिकांत शुक्ला वर्तमान में मैनपुरी के भोगांव क्षेत्र में तैनात थे, लेकिन उनका असली नेटवर्क कानपुर में संचालित होता था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वे 1998 से 2006 और फिर 2006 से 2009 तक कानपुर में पदस्थ रहे। इस दौरान उन्होंने वकील अखिलेश दुबे और उनके साथियों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह तैयार किया, जो लोगों को धमकाकर, फर्जी मुकदमों में फंसाकर और संपत्तियां हड़पकर मोटी कमाई करता था। जांच में यह भी सामने आया कि कई अधिकारी कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (KDA) और पुलिस विभाग में भी उनकी मदद कर रहे थे।
बेनामी संपत्तियों और आर्थिक अनियमितता एसआईटी की जांच में यह पता चला कि शुक्ला और उनके सहयोगियों के नाम पर लगभग 100 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। इनमें से 92 करोड़ रुपये मूल्य की 12 संपत्तियों की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि तीन संपत्तियों की जांच अभी जारी है। विशेष रूप से कानपुर के आर्यनगर इलाके में 11 दुकानें उनके साथी देवेंद्र दुबे के नाम पर दर्ज हैं, जिन्हें जांच एजेंसियां शुक्ला की बेनामी संपत्ति मान रही हैं। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि इस नेटवर्क ने कई निर्दोष नागरिकों को फर्जी मुकदमों में फंसाकर उनकी जमीनें हड़प लीं। अखिलेश दुबे और शुक्ला की साझेदारी केवल कानूनी मामलों तक सीमित नहीं थी वे ब्लैकमेलिंग, वसूली और कब्जे का भी संगठित रैकेट चला रहे थे।
निलंबन और विजिलेंस जांच सोमवार को प्रमुख सचिव (सतर्कता विभाग) ने शुक्ला के निलंबन का आदेश जारी किया। इससे पहले कानपुर पुलिस कमिश्नर ने 10 और 15 सितंबर को विस्तृत जांच रिपोर्ट एडीजी (प्रशासन) को सौंपी थी। अब विजिलेंस विभाग उनके बैंक खातों, निवेश और बेनामी संपत्तियों की गहन जांच कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में शुक्ला की गिरफ्तारी और संपत्ति कुर्की की कार्रवाई भी संभव है।