कानपुर में चलती डबल-डेकर बस में लगी भीषण आग,
मिनटों में राख हुआ सब कुछ; पुलिस कर्मियों की बहादुरी से बचीं कई जानें
1 months ago Written By: Aniket prajapati
यूपी के कानपुर में नेशनल हाईवे-19 पर गुरुवार देर रात एक खौफनाक हादसा हो गया। दिल्ली से बनारस जा रही पलक ट्रैवल्स की लग्जरी डबल-डेकर स्लीपर बस अचानक आग की लपटों में घिर गई। बस में उस समय 30 से 40 यात्री मौजूद थे, जिनमें से कई लोग नींद में थे। बस के ऊपरी डेक में रखे सामान से धुआं उठते ही अफरा-तफरी मच गई और ड्राइवर-कंडक्टर ने बस रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। हादसा इतना भयानक था कि यात्रियों को अपनी जान बचाने के लिए चलती बस से कूदना पड़ा।
चलती बस से कूदकर बचाई जान आग सबसे पहले बस की छत पर लदे भारी-भरकम सामान में लगी, जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत का समय मिल गया। कई लोग खिड़कियों और दरवाजों से सड़क पर कूद गए। कुछ यात्री लुढ़कते हुए दूर जा गिरे, लेकिन उनकी जान बच गई। ऊपर की बर्थ पर फंसे यात्री चीखते-चिल्लाते रह गए और स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई।
पुलिस कर्मियों की बहादुरी ने बचाईं कई जिंदगियां रामादेवी चौराहे पर ट्रैफिक ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों ने जलती बस देख तुरंत दौड़ लगाई। बिना समय गंवाए पुलिसकर्मी आग से घिरी बस में घुसे और एक-एक कर यात्रियों को बाहर निकाला। लगभग आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने गोद में उठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। स्थानीय लोगों ने भी पानी की बोतल फेंककर आग बुझाने की कोशिश की।
यात्रियों का आरोप—ओवरलोडिंग और लापरवाही कई यात्रियों ने गुस्से में बताया कि बस की छत पर जरूरत से ज्यादा सामान लादा गया था। प्लास्टिक के बोरे, लोहे के बॉक्स और भारी सामान की वजह से आग तेजी से फैली। एक यात्री ने बताया कि वह रात 2 बजे से ड्राइवर-कंडक्टर को चेतावनी दे रहा था कि इतना सामान न रखें, लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी। कई यात्रियों का सामान, नकदी, कपड़े और जरूरी दस्तावेज सब जलकर राख हो गए।
शॉर्ट सर्किट और ओवरलोडिंग से फैल गई आग घटना की जानकारी मिलते ही CFO दीपक शर्मा ने 6 दमकल गाड़ियां मौके पर भेजीं। जाम के कारण गाड़ियां देर से पहुंचीं और करीब एक घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। बस पूरी तरह जलकर ढांचा बन गई। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई गई है, जबकि ओवरलोडिंग और खतरनाक सामान ने आग को और बढ़ा दिया।
कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवाल ओवरलोडिंग की शिकायतें लगातार सामने आने के बावजूद RTO, GST और पुलिस विभाग की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कानपुर की कई ट्रैवल एजेंसियां बड़े पैमाने पर GST चोरी और ओवरलोडिंग करती हैं, लेकिन अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय घटनाओं के होने का इंतजार करते दिखते हैं।