क्लिनिक गए थे हेयर ट्रांसप्लांट के लिए पर गवां बैठे जान,
कानपुर का है ये दर्दनाक हादसा
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: कानपुर में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। पनकी पावर हाउस में सहायक अभियंता (AE) विनीत दुबे की हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई। घटना 14 मार्च की है लेकिन बताया जा रहा है कि पुलिस ने FIR अब जाकर दर्ज की है। इंजीनियर की पत्नी ने कई जगह शिकायत की पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में उन्होंने सीएम पोर्टल पर शिकायत की। इसके बाद 54 दिनों बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। वहीं डॉक्टर घटना के बाद से ही फरार है और क्लिनिक भी बंद कर दिया गया है। आइए जानतें क्या है पूरा मामला।
घटना कैसे हुई जानिए पूरी जानकारी
विनीत दुबे (37) कानपुर के पनकी ऑफिसर्स कॉलोनी में रहते थे। वह मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी जया और दो छोटे बच्चे हैं। 13 मार्च को विनीत ने हेयर ट्रांसप्लांट कराने का फैसला किया। वह इंपायर वाराही क्लिनिक गए। यह क्लिनिक डॉक्टर अनुष्का तिवारी चलाती हैं। बता दें कि हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद विनीत के चेहरे पर सूजन आ गई। डॉक्टर ने फोन कर पत्नी जया को बताया कि हल्की सूजन है, जिसके कारण उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ेगा। इसके बाद डॉक्टर ने उन्हें शारदानगर के अनुराग हॉस्पिटल में भर्ती कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं हालत और बिगड़ी तो रिश्तेदार उन्हें रीजेंसी नर्सिंग होम ले गए।
डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत
दरअसल, वहां इलाज के दौरान 14 मार्च को विनीत की मौत हो गई। मौत के बाद डॉक्टर अनुष्का क्लिनिक बंद करके फरार हो गईं और अपना फोन भी बंद कर लिया। मृतक की पत्नी ने पुलिस स्टेशन जाकर FIR दर्ज कराई लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह ACP और पुलिस कमिश्नर दफ्तर गईं। कहीं भी उनकी बात नहीं सुनी गई। आखिर में उन्होंने सीएम पोर्टल पर सबूतों के साथ शिकायत की। शिकायत के 54 दिन बाद शनिवार को रावतपुर पुलिस ने FIR दर्ज की। पत्नी ने आरोप लगाया कि डॉक्टर बिना जानकारी दिए इलाज कर रही थीं। गंभीर स्थिति में अस्पताल छोड़कर भाग गईं।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
ACP अभिषेक पांडेय ने बताया कि डॉक्टर के खिलाफ लापरवाही से मौत की धारा में केस दर्ज किया गया है। जल्द गिरफ्तारी होगी। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. डीपी शिवहरे ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट में मौत दुर्लभ होती है। यह प्रक्रिया 5-6 घंटे की होती है। साफ सफाई और सावधानी जरूरी है। कभी कभी इंजेक्शन का भी रिएक्शन हो सकता है। अब पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।