चोरी की गाड़ियां, मॉडर्न कपड़ों में लड़कियां… कानपुर में स्कूल-कॉलेजों के बाहर ऐसे फैलाया जा रहा नशे का जाल
जानें क्या है मामला
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: कानपुर शहर में नशे का कारोबार अब खतरनाक रूप ले चुका है। सोमवार को कर्नलगंज पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया, जो संगठित तरीके से स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों के बाहर नशे का जाल बिछा रहा था। यह गैंग न सिर्फ युवाओं और छात्रों को निशाना बना रहा था, बल्कि चोरी की गाड़ियों और आधुनिक पहनावे का इस्तेमाल कर पुलिस और आम लोगों की नजरों से बच रहा था। पुलिस ने इस गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
स्कूटी से मिली गांजे की खेप
कर्नलगंज पुलिस ने एक स्कूल के पास से मोहम्मद अजीज नामक शख्स को हिरासत में लिया। उसकी स्कूटी की जांच करने पर आगे और पीछे दो अलग-अलग नंबर प्लेट पाई गईं। शक गहराने पर पुलिस ने स्कूटी की डिग्गी खोली, जिसमें से 1200 ग्राम गांजा बरामद हुआ। जांच में यह भी सामने आया कि स्कूटी चोरी की थी और इसी का उपयोग नशे की सप्लाई के लिए किया जा रहा था। अजीज के खिलाफ पहले से ही शहर के विभिन्न थानों में मादक पदार्थों की तस्करी के 14 मुकदमे दर्ज हैं।
गैंग में शामिल हैं 6 महिलाएं
पुलिस पूछताछ में अजीज ने बताया कि उसके गैंग में 6 महिलाएं और 8 पुरुष शामिल हैं। ये महिलाएं मॉडर्न कपड़े पहनकर कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों के बाहर नशीली सिगरेट और गांजे की पुड़िया बेचती थीं। उनकी चाल-ढाल इतनी सामान्य होती थी कि किसी को भी शक नहीं होता। खासकर महिला कॉलेजों के बाहर ये गैंग अधिक सक्रिय रहता था। नशे की डिलीवरी के बाद महिलाएं तुरंत अपने ठिकानों पर लौट जाती थीं।
चोरी की गाड़ियों से होता था कारोबार
गैंग चोरी की बाइक और स्कूटी पड़ोसी जिलों से खरीदता था। इन वाहनों का इस्तेमाल नशे की सप्लाई के लिए किया जाता था ताकि पहचान न हो सके। पुलिस ने बरामद स्कूटी के असली मालिक का पता लगाने की जांच शुरू कर दी है। गैंग का कामकाज इतना संगठित था कि वे आसानी से नशे की डिलीवरी कर पाते थे।
पुलिस ने बढ़ाई निगरानी
डीसीपी सेंट्रल के निर्देश पर पुलिस ने इस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश तेज कर दी है। स्कूल और कॉलेजों के बाहर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।