कानपुर: जलती चिता से लाश उठा ले गई पुलिस,
पत्नी ने जताई थी हत्या की आशंका
13 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के सनिगवां से एक चौका देने वाला मामला सामने आया है। जहां पुलिस ने सीधा जलती चिता शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। दरअसल मृतक की पत्नी द्वारा लगाये गए हत्या के आरोप के बाद पुलिस ने ये कार्यवाही की है। यहाँ पति की मौत की सूचना पर पहुचीं मृतक की पत्नी ने पुलिस से हत्या की आशंका जताई थी। जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस सिद्धनाथ घाट पहुंची और जलती चिता पर पानी डलवाकर शव को कब्जे में लिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सिर पर चोट देख जताई हत्या की आशंका…
दरअसल मृतक की पहचान 32 वर्षीय सोहन लाल द्विवेदी के रूप में हुई है, जो बिजली मिस्त्री थे। उनके परिवार में पत्नी नीलम और तीन बेटियां हैं। सोहन का छोटा भाई ज्ञानी उर्फ मोहन भी उसी मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। पत्नी नीलम मूल रूप से बिहार के गया जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले वह मायके गई थीं। 9 अप्रैल को देवर ज्ञानी का फोन आया कि सोहन की मौत हो गई है। कई बार पूछने पर भी देवर ने मौत का कारण नहीं बताया। पत्नी नीलम अपने तीनों बच्चों और भाई प्रदीप के साथ बिहार से 10 अप्रैल की रात को कानपुर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि पति के सिर पर चोट के गंभीर निशान थे और शव से खून भी रिस रहा था। इस पर उन्होंने हत्या की आशंका जताई और चिल्ला-चिल्लाकर सवाल किए, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी।
चुपचाप कर रहे थे अंतिम संस्कार…
परिवार के अन्य सदस्य शव को आनन-फानन में जाजमऊ के सिद्धनाथ घाट ले गए और अंतिम संस्कार शुरू कर दिया। नीलम ने अपने भाई के साथ थाने जाकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब घाट पर पहुंची, तब तक चिता को आग दी जा चुकी थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जलती चिता पर पानी डलवाया और शव को कब्जे में ले लिया।
परिवार ने हत्या से इनकार किया…
मृतक के भाई ज्ञानी ने बताया कि 9 अप्रैल की रात सोहन खाना खाकर सो गए थे। सुबह देर तक नहीं उठे, तो उन्हें जगाने की कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं उठे। सांस भी नहीं चल रही थी, तब जाकर सबको सूचना दी गई। उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि क्या हुआ। पत्नी के आरोपों पर पुलिस को केस दर्ज कराना पड़ा। चचेरे भाई रामचंद्र ने भी हत्या की बात से इनकार किया और कहा कि अगर हत्या होती तो शव को दो दिन तक घर पर क्यों रोका जाता। यह सब बेवजह की बातें हैं।
पुलिस जांच जारी…
चकेरी इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम सिद्धनाथ घाट पहुंची। चिता की आग बुझाकर शव को कब्जे में लिया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच की जाएगी।