कानपुर SIR अभियान में बड़ा खुलासा:
सात विधानसभा क्षेत्रों में लगभग पाँच लाख वोटर नहीं मिले
2 days ago Written By: Aniket Prajapati
उत्तर प्रदेश के कानपुर में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान के दौरान बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। शहर के सात विधानसभा क्षेत्रों में करीब पाँच लाख मतदाता बीएलओ के रजिस्टर में ‘अनट्रेसेबल’, ‘अबसेंट’ और ‘परमानेंटली शिफ्ट’ के रूप में दर्ज मिले हैं। यह खुलासा रविवार को हुई बीजेपी उत्तर और दक्षिण जिलों की बैठक में हुआ। बैठक में बताया गया कि हर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 60 से 70 हजार मतदाता मिल ही नहीं रहे हैं। इस आंकड़े ने राजनीतिक दलों और चुनावी सिस्टम दोनों को चिंतित कर दिया है।
सात विधानसभा क्षेत्रों में पाँच लाख मतदाता गायब बीजेपी उत्तर और दक्षिण जिलों की बैठक क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित हुई। जिलाध्यक्षों ने हर विधानसभा क्षेत्र के अनुसार विस्तृत डेटा पेश किया। इसमें बताया गया कि बीएलओ के रजिस्टर में बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता हैं जो या तो घर पर नहीं मिल रहे, कहीं और शिफ्ट हो चुके हैं या लंबे समय से मौजूद नहीं हैं। यह संख्या हर विधानसभा क्षेत्र में 60 से 70 हजार तक पहुँच रही है, जिसके कारण कुल आँकड़ा लगभग पाँच लाख हो गया है।
मृत मतदाताओं का आंकड़ा इसमें शामिल नहीं जो मतदाता अब इस दुनिया में नहीं हैं, उनका आंकड़ा इस अभियान में शामिल नहीं किया गया है। बीएलओ की रिपोर्ट में केवल अनट्रेसेबल, अबसेंट और परमानेंटली शिफ्ट किए गए मतदाताओं की गिनती की गई है। इससे यह समझा जा रहा है कि वास्तविक संख्या और भी बड़ी हो सकती है।
बैठक में देरी और कार्यकर्ताओं की नाराजगी
पंकज सिंह की बैठक दोपहर 1 बजे तय थी, लेकिन भारी भीड़ उनके स्वागत के लिए गंगापुल चली गई, जिसकी वजह से वह लगभग 2 बजकर 45 मिनट पर बैठक में पहुँच सके। बैठक 4 बजे समाप्त हुई। कार्यकर्ताओं ने बाद में नाराजगी जताते हुए कहा कि रविवार को SIR कार्य के लिए समय देने को कहा गया था, लेकिन तीन घंटे से ज्यादा समय बैठक में ही निकल गया।
आर्यनगर में लापरवाही पर 27 बीएलओ को नोटिस इसी दौरान आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची की मैपिंग और फील्ड वेरिफिकेशन में लापरवाही पाए जाने पर 27 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि SIR प्रक्रिया को तेज और सटीक तरीके से पूरा करना आवश्यक है।