कानपुर: चलती स्लीपर बस में भीषण आग,
पुलिस ने 38 यात्रियों की जान बचाई — नकदी-जेवर राख
1 months ago
Written By: Aniket prajapati
रामादेवी फ्लाईओवर पर शुक्रवार दोपहर दिल्ली से वाराणसी जा रही एक स्लीपर बस में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। मंगला विहार के पास ट्रैफिक विकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने जलती बस को रुकवाया और स्लीपर में सो रहे 38 यात्रियों को बचाया। आग ने कुछ ही देर में बस को अपने चपेट में ले लिया और हाइवे पर लंबा जाम लग गया। दमकल की छह गाड़ियाँ करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू हुई। हादसे में यात्रियों की नकदी, जेवर और सामान जलकर राख हो गए। पुलिस व फायर ब्रिगेड की तत्परता से बड़ी तबाही टल गई।
ट्रैफिक पुलिस ने देर नहीं की — यात्रियों को बाहर निकाला
पीछे चल रहे वाहन चालकों ने जब आग फुटती देखी तो बस चालक को इशारा किया, पर चालक स्थिति समझने में नाकाम रहा। तब मंगला विहार ट्रैफिक विकेट पर तैनात टीम ने आग की भयावहता देख बस को रोकवाया। ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार मिश्रा, दारोगा वीरेंद्र सिंह यादव, हेड कांस्टेबल महेश बाबू, सिपाही साहिल खान व पुष्पेंद्र कुमार फौरन पहुंचे और सोए हुए यात्रियों को जगाकर बाहर निकाला। महिलाओं व बच्चों को प्राथमिकता देकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
बस व चालक की पहचान, यात्रा की स्थिति
यह स्लीपर बस प्रयागराज जिले के फूलपुर खाजपुर गांव निवासी रजत अग्रवाल की बताई जा रही है। बस रविवार रात 11:30 बजे 38 यात्रियों के साथ चली थी और शुक्रवार दोपहर 12 बजे वाराणसी पहुंचने वाली थी। बस इटावा के चंद्रपुर बेचेवर निवासी ऋषि कुमार चला रहे थे और परिचालक जीतू साथ में था। यात्रियों ने बताया कि रास्ते में दो बार टायर पंचर और कई जगह जाम के कारण बस देरी से चल रही थी।
आग कैसे भड़की — फायर स्टेशन का दावा
जाजमऊ फायर स्टेशन के अग्निशमन अधिकारी राहुल नंदन ने बताया कि बस के एसी की गर्म हवा छत पर रखे सामान तक पहुँची और वहीं से आग भड़की। कुछ राहगीरों ने पिछली दिशा से छत पर धुआँ निकलता देखा और सूचना दी।
दमकल व यातायात बहाली — यात्री सामान ढूँढते रहे
दमकल की छह गाड़ियों ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस ने दो क्रेनों की मदद से जली हुई बस को हटवाकर हाईवे पर यातायात बहाल कराया। आग बुझने के बाद यात्री अपना बचा-खुचा सामान तलाशते रहे, कई लोगों के नकदी, जेवर और सामान जलकर राख हो गए। घटना में कोई जानी हानि नहीं हुई, किन्तु आर्थिक क्षति हुई है। पुलिस और फायर ब्रिगेड आगे की जांच कर रही है।