कार्तिक पूर्णिमा पर काशी में उमड़ा आस्था का सैलाब,
लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Dev Diwali: वाराणसी के गंगा घाटों पर बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था का महासागर उमड़ पड़ा। अस्सी घाट से लेकर राजघाट तक श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि हर ओर गंगा मैया के जयकारे गूंज रहे थे। सुबह की पहली किरण के साथ ही लाखों लोगों ने गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया। इस मौके पर न सिर्फ देश के कोने-कोने से बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा का स्नान और देव दीपावली, दोनों ही आयोजन भव्यता की नई मिसाल पेश करेंगे।
घाटों पर भक्ति और श्रद्धा का सैलाब मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि तड़के से ही घाटों पर श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचने लगे थे। हर ओर भक्ति का माहौल था। गूंजते हुए मंत्रों, आरती और दीपों की ज्योति से पूरा वातावरण दिव्य और शांतिमय हो उठा। घाटों पर ‘हर हर गंगे’ और ‘गंगा मैया की जय’ के नारे गूंजते रहे। पर्यटन विभाग ने देव दीपावली के आयोजन के लिए विशेष तैयारियां की हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में भव्य आयोजन पर्यटन मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस वर्ष देव दीपावली को और अधिक आकर्षक रूप देने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। घाटों से लेकर शहर की प्रमुख सड़कों तक रोशनी और सजावट की गई है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हो रहा है, जिसमें स्थानीय कलाकारों के साथ देशभर से आए कलाकार भाग लेंगे।
विदेशी पर्यटक भी हुए भावविभोर वाराणसी के घाटों पर इस बार विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंचे। उन्होंने विधि-विधान से गंगा स्नान किया और दीपदान कर आस्था व्यक्त की। आरती और भजन-कीर्तन के दृश्य देखकर वे अभिभूत हो उठे। मंत्री ने कहा कि वाराणसी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा विश्वभर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक महत्व कार्तिक पूर्णिमा का दिन धार्मिक रूप से अत्यंत पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था और भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था। इस दिन किया गया स्नान और दान अनेक यज्ञों के समान फल देता है। काशी की देव दीपावली दुनिया भर में प्रसिद्ध है और हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इसे देखने आते हैं।