कटक में दर्दनाक हादसा: जर्जर इमारत की बालकनी गिरी,
एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत, चार घायल
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
ओडिशा के कटक शहर में शनिवार शाम उस वक्त हाहाकार मच गया, जब बक्सी बाजार इलाके में एक पुरानी इमारत की बालकनी अचानक भरभराकर गिर पड़ी। मनिसाहू चौक के पास हुई इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए।
अचानक गिरी बालकनी, मलबे में दबे लोग जानकारी के अनुसार, हदीबंधु स्कूल के पास एक जर्जर इमारत की बालकनी अचानक टूटकर नीचे आ गिरी। उसी वक्त वहां एक परिवार के लोग खड़े थे, जो इसकी चपेट में आ गए। अचानक हुए इस हादसे की आवाज सुनकर लोग बाहर निकले और फायर सर्विस को सूचना दी। दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घंटों की मशक्कत के बाद मलबे में फंसे सभी लोगों को बाहर निकालकर एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भेजा गया।
तीन की मौत, चार घायल अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान अब्दुल जलील (60), अब्दुल जाहिद (30) और अब्दुल मुजाहिद (3) के रूप में हुई है। तीनों एक ही परिवार के सदस्य थे और पास के झुग्गी इलाके में रहते थे। हादसे में चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज एससीबी मेडिकल कॉलेज में जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल सभी घायलों की हालत स्थिर है।
सीएम मोहन माझी ने जताया शोक, घोषित किया मुआवजा हादसे पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से ₹4 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार ने उठाई है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि हादसे की जांच तुरंत की जाए और ऐसी जर्जर इमारतों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए।
लापरवाही पर उठे सवाल स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इमारत लंबे समय से खराब हालत में थी और इसकी मरम्मत के लिए कई बार शिकायत की गई थी। बावजूद इसके कोई कदम नहीं उठाया गया। हादसे के बाद प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। शहर में कई ऐसी पुरानी इमारतें हैं, जो कभी भी हादसे का कारण बन सकती हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कदम उठाया जाता, तो आज यह दर्दनाक घटना टल सकती थी।