तीन तलाक और हलाला से परेशान नूरजहां ने त्यागा धर्म,
बरेली में पूजा-पाठ के साथ बनीं पूनम
5 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh news: लखीमपुर खीरी की रहने वाली 24 वर्षीय नूरजहां ने अपने जीवन के कठिन अनुभवों के बाद एक नया अध्याय शुरू कर लिया है। तीन तलाक और हलाला जैसी परंपराओं से मानसिक रूप से परेशान होकर उन्होंने इस्लाम धर्म त्याग दिया है। उन्होंने बरेली के धर्मपाल को जीवनसाथी के रूप में स्वीकार करते हुए हिंदू धर्म अपनाया है। धार्मिक विधि-विधान के बाद उनका नया नाम पूनम रखा गया। नूरजहां का कहना है कि वह अब सम्मान और शांति के साथ जीवन जीना चाहती हैं और धर्मपाल के साथ खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं।
दिल्ली की फैक्ट्री में हुई थी मुलाकात, दोस्ती प्रेम में बदली करीब पांच साल पहले नूरजहां नौकरी के लिए दिल्ली गई थीं। वहां मुंडेरा इलाके की एक खिलौना फैक्ट्री में वे काम करती थीं, जहां बरेली के धर्मपाल भी कार्यरत थे। दोनों बच्चों की छोटी कारें और प्लास्टिक खिलौने तैयार करते थे। साथ काम करने के दौरान उनकी दोस्ती गहरी हुई और समय के साथ रिश्ता और मजबूत होता गया। दोनों पास ही किराए पर रहते थे, जिससे वे एक-दूसरे को और समझ सके। नूरजहां के जीवन में उस समय कई परेशानियां थीं, जिनके बारे में धर्मपाल को भी पता चला और उन्होंने उसका साथ निभाया।
7-8 महीने लिव-इन में रहकर फैसला किया आगे बढ़ने का नूरजहां ने बताया कि लगभग सात से आठ महीने तक दोनों दिल्ली में लिव-इन रिलेशनशिप में रहे। इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे को परखा और अपने भविष्य को लेकर फैसला लिया। नूरजहां का कहना है कि उन पर किसी तरह का दबाव नहीं था, उन्होंने अपनी इच्छा से यह रिश्ता आगे बढ़ाया।
भगवान राम में आस्था, इस्लाम की कुछ परंपराएं नहीं लगीं ठीक नूरजहां के अनुसार, तीन तलाक और हलाला जैसी प्रथाओं ने उन्हें मानसिक रूप से बेहद परेशान किया। हलफनामा देते समय उन्होंने साफ लिखा कि इस्लाम की कुछ परंपराएं उन्हें उचित नहीं लगतीं। वे पिछले कई सालों से भगवान राम में आस्था रखती थीं और मंदिर जाती थीं, लेकिन परिवार इसका विरोध करता था।
बरेली में विधिवत धर्म परिवर्तन, नया नाम मिला पूनम बरेली पहुंचने पर अधिकारियों ने नूरजहां का पूरा बयान लिया। शुक्रवार को पंडित के.के. शंखधार ने विधि-विधान से उनका शुद्धिकरण कराया। गंगाजल और गौमूत्र से प्रक्रिया पूरी हुई और गायत्री मंत्र के साथ नूरजहां को नया नाम पूनम दिया गया। इसके बाद पूनम और धर्मपाल ने हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कर लिया। अब दोनों अपने भविष्य की नई शुरुआत करने के लिए तैयार हैं। पूनम ने कहा कि अब वह सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जीना चाहती हैं।