लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में बड़ी लापरवाही, मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान मरीज गिरा फर्श पर,
आंख सूजी और चेहरा नीला पड़ा
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार को बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया। आई ओटी में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान 55 साल के मरीज बादशाह हुसैन अचानक फर्श पर गिर पड़े। गिरने से उनका चेहरा नीला पड़ गया और आंख सूज गई। बताया जा रहा है कि हादसे की तेज आवाज ओटी के बाहर तक सुनाई दी, लेकिन डॉक्टर और स्टाफ ने बाहर इंतजार कर रहे परिजनों को कुछ नहीं बताया।
ऑपरेशन रूम में हुआ हादसा, परिजनों से छिपाई गई जानकारी घटना के बाद डॉक्टरों और नर्सों ने आनन-फानन में बादशाह हुसैन को चादर में लपेटकर स्ट्रेचर से आईसीयू में पहुंचाया। वहीं परिजनों का कहना है कि उन्हें किसी ने नहीं बताया कि अंदर क्या हुआ। दामाद बहादुर शाह ने आरोप लगाया कि अस्पताल स्टाफ ने उन्हें ओटी के बाहर रोक दिया और करीब 15 मिनट बाद बताया कि मरीज कुर्सी से गिर गए थे।
चेहरा सूज गया, हालत नाजुक परिजनों के मुताबिक, जब उन्होंने आईसीयू में जाकर देखा तो मरीज का चेहरा नीला पड़ा था और आंख सूज चुकी थी। लगातार सीपीआर दिया जा रहा था। बहादुर शाह का आरोप है कि गलत दवा या लापरवाही के कारण ही ससुर की हालत बिगड़ी। डॉक्टर और स्टाफ अब मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
सोमवार रात से भर्ती थे मरीज कश्मीरी मोहल्ला के मैदान एलएच खां निवासी बादशाह हुसैन पेशे से जरदोजी कारीगर हैं। वह सोमवार रात से बलरामपुर अस्पताल के नेत्र विभाग में भर्ती थे। मंगलवार सुबह उनका मोतियाबिंद का ऑपरेशन होना था। परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन से पहले उन्हें कई बोतलें दवा चढ़ाई गई थीं और वह बिल्कुल सामान्य थे।
डॉक्टर ने कहा – अचानक आया दिल का दौरा हादसे के बाद बलरामपुर अस्पताल की निदेशक डॉ. कविता आर्या ने सफाई दी कि ओटी में मरीज को अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिससे वह वहीं गिर पड़े। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत सीपीआर देकर उन्हें बचाने की कोशिश की और आईसीयू में भर्ती कराया। फिलहाल उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
परिजनों पर दबाव डालने का आरोप परिवार का आरोप है कि अब अस्पताल प्रशासन उन पर कुछ कागजों पर हस्ताक्षर कराने का दबाव बना रहा है। परिजनों का कहना है कि यह सब गलती छिपाने की कोशिश है। वे मामले की जांच और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।