चारबाग स्टेशन पर गूंजी किलकारियां ट्रेन में शुरू हुई प्रसव पीड़ा,
महिला ने स्टेशन पहुंचते ही जुड़वां बच्चों को दिया जन्म
2 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर मंगलवार की रात भावनाओं और खुशियों से भरा नजारा देखने को मिला। अवध आसाम एक्सप्रेस में सफर कर रही एक गर्भवती महिला यात्री को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। सूचना मिलते ही रेलवे कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई की और स्टेशन पर मेडिकल टीम तैनात कर दी गई। जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची, कुछ ही देर में महिला ने जुड़वां बच्चों एक बेटा और एक बेटी को जन्म दिया। पूरे स्टेशन पर खुशियों की लहर दौड़ गई और भीड़ के बीच तालियों की गूंज सुनाई देने लगी।
चलती ट्रेन में शुरू हुई प्रसव पीड़ा, परिजनों ने मांगी मदद
जानकारी के मुताबिक, लालगढ़ से समस्तीपुर जा रही हीरा देवी अपने परिवार के साथ अवध आसाम एक्सप्रेस में सफर कर रही थीं। सफर के दौरान अचानक उन्हें तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। परिजनों ने घबराकर तुरंत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर फोन किया और मदद की गुहार लगाई। सूचना मिलते ही लखनऊ मंडल के रेलवे अधिकारियों ने चारबाग स्टेशन पर मेडिकल टीम और जरूरी इंतजामों के निर्देश दिए।
रेलवे की तत्परता से टली बड़ी परेशानी, महिला कर्मियों ने संभाली स्थिति
रेलवे प्रशासन ने बेहद तेजी दिखाते हुए प्लेटफॉर्म पर डॉक्टरों और महिला आरपीएफ कर्मियों की टीम तैनात कर दी। जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची, टीम ने तुरंत महिला को प्राथमिक उपचार दिया। कुछ ही मिनटों के भीतर हीरा देवी ने सुरक्षित प्रसव किया और दो स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया। इस मानवीय प्रयास से हर किसी ने राहत की सांस ली।
स्टेशन पर खुशी का माहौल, यात्रियों ने दी बधाई
त्योहारों के सीजन में जहां चारबाग स्टेशन यात्रियों की भीड़ से भरा था, वहीं बच्चों के जन्म की खबर फैलते ही हर चेहरा खुशी से खिल उठा। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों और रेलवे स्टाफ ने परिवार को बधाई दी। कुछ लोगों ने इस पल को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा भी किया।
जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ, परिवार ने जताया आभार
रेलवे डॉक्टरों के मुताबिक, मां और दोनों बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सुरक्षित समस्तीपुर के लिए रवाना किया गया। परिवार ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों और मेडिकल टीम की तत्परता ने उनकी जान बचा ली। उन्होंने पूरे दिल से आभार जताते हुए कहा “अगर मदद समय पर नहीं मिलती, तो शायद बड़ी मुश्किल हो जाती।”