पहलगाम हमले का साजिशकर्ता बताकर की 27 लाख की ठगी,
डिजिटल अरेस्ट में रखा; मैट्रिमोनियल साइट पर युवक से 29.46 लाख की धोखाधड़ी
1 months ago Written By: Aniket prajapati
लखनऊ में साइबर जालसाजी के दो बड़े मामले सामने आए हैं, जिनमें ठगों ने लोगों को अलग-अलग तरीकों से करोड़ों के लेनदेन का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लिए। पहले मामले में जालसाजों ने एक व्यक्ति को पहलगाम आतंकी हमले का साजिशकर्ता बताकर पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखा और खुद को एनआईए व एटीएस का अधिकारी बताकर 27 लाख रुपये हड़प लिए। दूसरे मामले में एक युवक को मैट्रिमोनियल साइट के जरिए बहला-फुसलाकर 29.46 लाख रुपये की ठगी की गई। दोनों मामलों में पीड़ितों ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
एनआईए-एटीएस अधिकारी बनकर 27 लाख की ठगी जानकीपुरम के रहने वाले रामशंकर द्विवेदी को 7 नवंबर दोपहर 2:43 बजे एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह पहलगाम आतंकी हमले के साजिशकर्ता हैं और उन्होंने आतंकियों को 70 करोड़ रुपये की फंडिंग करवाई। साथ ही 70 लाख रुपये कमिशन लेने का आरोप लगाकर गिरफ्तारी की धमकी दी। जालसाजों ने खुद को एटीएस और एनआईए का अफसर बताकर वीडियो कॉल किया और कहा कि वह घर से बाहर न निकलें, बाहर निकलते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मामला “मैनेज” हो सकता है, लेकिन इसके लिए 27 लाख रुपये ट्रांसफर करने होंगे।
डिजिटल अरेस्ट कराकर दो किस्तों में वसूले रुपये 10 नवंबर को ठगों ने पीड़ित को एक अकाउंट नंबर भेजा, जिसमें उसने उसी दिन 10 लाख रुपये RTGS कर दिए। अगले दिन जालसाजों ने उसे 17 लाख रुपये दूसरे अकाउंट में भेजने को कहा। पीड़ित ने दोनों भुगतान कर दिए। इसके बाद जालसाज मोबाइल बंद कर गायब हो गए। तब जाकर पीड़ित को समझ आया कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। उन्होंने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई।
मैट्रिमोनियल साइट पर बनी दोस्ती बनी ठगी की वजह दूसरा मामला इंदिरानगर का है, जहां प्रिंस नाम के युवक की पहचान मैट्रिमोनियल साइट "संगम" पर भावना शर्मा नाम की युवती से हुई। युवती ने खुद को मुंबई के रियल एस्टेट कारोबारी की बेटी बताया और कहा कि वह दुबई में है। बातचीत बढ़ने पर उसने प्रिंस को NFM Capital Market में ट्रेडिंग करने की सलाह दी। शुरू में अकाउंट में 3.50 लाख रुपये दिखे और युवती के अकाउंट में 5.5 करोड़ रुपये दिखाए गए, जिससे प्रिंस का भरोसा बढ़ गया। उन्होंने 15.98 लाख रुपये निवेश कर दिए। बाद में उनके अकाउंट में 68 लाख डॉलर शो होने लगे।
सर्विस टैक्स के नाम पर और पैसे मांगे, फिर अकाउंट ब्लॉक जब प्रिंस ने 50,000 USD निकालना चाहा तो ठगों ने सर्विस टैक्स के नाम पर 13.47 लाख रुपये और जमा करवा लिए। संदेह होने पर उन्होंने कंपनी का नाम गूगल किया तो हैदराबाद पुलिस की चेतावनी मिली। स्क्रीनशॉट भेजते ही उनका अकाउंट बंद कर दिया गया और युवती ने फोन बंद कर दिया। प्रिंस ने कुल 29.46 लाख रुपये की ठगी की एफआईआर दर्ज कराई है।